जबलपुर।जिस सरकारी जमीन को शिक्षण संस्थान की लिए आरक्षित किया गया था, उस जमीन को तत्कालीन JDA(Jabalpur Development Authority), TNCP (Town and Control Planning) और नगर निगम के अधिकारियों ने मिलकर सेठ मन्नूलाल अस्पताल ट्रस्ट को एक निजी अस्पताल खोलने की अनुमति दे दी. जिसके बाद आज इस जमीन पर बहुमंजिला अस्पताल तना हुआ है, सरकारी जमीन की हेराफेरी में जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने तत्कालीन JDA सहित 16 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
30 करोड़ से ज्यादा की जमीन पर बना है अस्पताल
जबलपुर पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि जो जमीन शिक्षण संस्थान के लिए आरक्षित की गई थी, उस जमीन पर सेठ मन्नूलाल जगन्नाथ दास अस्पताल ट्रस्ट ने एक बड़ा अस्पताल खड़ा कर दिया. खास बात ये है कि सरकारी अधिकारियों ने सांठगांठ कर जमीन का मत परिवर्तन करते हुए बड़ा फर्जीवाड़ा किया है. वर्तमान में इस जमीन पर एक निजी अस्पताल बना हुआ है. हालांकि, मामला दर्ज होने के बाद अब हर तरफ हड़कंप मचा हुआ है. उक्त जमीन की वर्तमान कीमत करीब 30 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई जा रही है.
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