जबलपुर। बरगी विधानसभा क्षेत्र के चरगवां के भिड़की अस्पताल में एक गर्भवती महिला अस्पताल के बाहर एम्बुलेंस में एक घंटे प्रसव पीड़ा से तड़पती रही, लेकिन हैरानी की बात ये है कि हॉस्पिटल के गेट पर कुंडी लगी हुई है. परिजनों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी अस्पताल में कोई नर्स या डॉक्टर नहीं पहुंचा. तब जाकर वे चरगवां अस्पताल में प्रसव कराने के लिए महिला को ले गए, जहां उसकी डिलीवरी कराई गई.
प्रसव पीड़ा से तड़पती रही गर्भवती महिला, अस्पताल में लटका मिला ताला
मामले की सूचना जब जिला चिकित्सा अधिकारी मुरली अग्रवाल को दी गई, तो उन्होंने तत्काल कर्मचारियों को भिजवाने की बात कही. आनन-फानन में पहुंचे एक कर्मचारी ने बताया कि नर्स मीना पासी की ड्यूटी है और वह ताला लगाकर कहीं चली गई है. यह था पूरा मामला
सामुदायिक उपस्वास्थ केन्द्र पर ग्वारी न्यू भेड़ाघाट की रहने वाली महिला किरण बर्मन को प्रसव पीड़ा हुई. इसके बाद उसके पति शेखर उसे भिड़की अस्पताल लेकर आए, जहां न तो डॉक्टर था और न कोई नर्स. पति ने बताया कि हॉस्पिटल में ताला लगा हुआ था. डॉक्टर-नर्स के इंतजार में महिला एक घंटे तक प्रसव पीड़ा के कारण एंबुलेंस में ही तड़पती रही. जब इलाज के लिए कोई नहीं पहुंचा, तो ग्रामीणों की सलाह पर उसे चरगवां स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया.
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि भिड़की चरगवां स्वास्थ्य केंद्र में आये दिन कर्मचारी नदारद रहते हैं. परिजनों और ग्रामीणों में इस घट्ना को लेकर आक्रोश है.