जबलपुर।कोरोना वायरस का प्रकोप दिनोदिन बढ़ता जा रहा है. भारत में अभी ये दूसरी स्टेज पर है. लेकिन यदि यह तीसरी और चौथी स्टेज पर जाता है तो स्थिति भयावह होने वाली है. क्योंकि हमारा स्वास्थ्य सिस्टम काफी कमजोर है. ऐसे में प्रशासन इसे दुरूस्त करने में लगा हुआ है. जिससे आने वाले समय में आने वाली किसी भी विपदा से बचा जा सके.
मात्र 275 वेंटिलेटर के सहारे 25 लाख की आबादी, व्यवस्था सुधारने में जुटा प्रशासन
कोरोना वायरस का प्रकोप दिनोदिन बढ़ता जा रहा है.लेकिन जबलपुर में केवल 275 वेंटिलेटर हैं. जिससे आपदा के समय काफी समस्या हो सकती है. जिसके चलते प्रशासन स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरूस्त करने में लगा हुआ है. जिससे आने वाले समय में आने वाली किसी भी विपदा से बचा जा सके.
कोरोना वायरस के संक्रमित को इलाज करने के लिए वेंटिलेटर की आवश्यकता होती है. लेकिन जिले में सरकारी और निजी अस्पतालों को मिलाकर केवल 275 वेंटिलेटर ही उपलब्ध है. इसमें से जिला अस्पताल के पास 4, मेडिकल कॉलेज के पास 40 और सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में 36 वेंटिलेटर हैं. इसके अलावा 195 वेंटिलेटर्स निजी अस्पतालों में हैं.
स्वास्थ्य व्यवस्था की इस हालत में आपदा में निपटने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि जिला प्रशासन ने वेंटिलेटरों की संख्या बढ़ाने का दावा किया है.