जबलपुर। कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने पूल सैंपलिंग बढ़ा दी है. जबलपुर में अब तक पूल सैंपलिंग के जरिए 636 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, इस तरीके से रोज 50 से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं. पूल सैंपलिंग से कोरोना जांच को रफ्तार मिली है, साथ ही कई मरीज सामने आए हैं.
जबलपुर में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए शुरू हुई पूल सैंपलिंग
कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए जबलपुर जिले में पूल सैंपलिंग की जा रही है, पूल सैंपलिंग के लिए रोजाना चिह्नित इलाकों में डॉक्टरों की टीम जाकर स्क्रीनिंग करती है और सैंपल कलेक्ट करती है.
जबलपुर में अब तक 12,385 सैंपल की जांच की जा चुकी है, इनमें से 400 लोग संक्रमित पाए गए हैं. जबलपुर शहर की आबादी लगभग 18 लाख है, इस हिसाब से देखा जाए, तो अब तक जबलपुर में 1 प्रतिशत आबादी का भी सैंपलिंग नहीं हुआ है. पूल सैंपलिंग कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि, 'सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को अपने टेस्ट करवा लेना चाहिए, ताकि उनके दिमाग से भ्रम निकल सके और अगर कोई समस्या है तो उनको इलाज मिल सके.
अभी तक ग्वारीघाट सब्जी मंडी करमचंद चौक ऐसे सार्वजनिक स्थानों पर पुल सैंपलिंग की जा रही है. जिले में ज्यादातर वही मामले सामने आए हैं, जिनमें मरीज की पहले ही कोई मेडिकल हिस्ट्री रही है. अभी जिले में स्थिति नियंत्रण में है. पूल सैंपलिंग में लोग बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे है, ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके .