जबलपुर।जिले के रानीताल चौक पर एक वकील अपने बच्चे का इलाज करवा कर लौट रहे था, तभी यातायात पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर ने उनकी गाड़ी की चाबी निकाल ली और उन्हें हेलमेट लगाने का पाठ पढ़ाया. इस दौरान पुलिसकर्मी ने वकील को गाली दे डाली, इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और पुलिसकर्मी वकील को मारने के लिए तैयार हो गया. एक दूसरे पुलिसकर्मी ने बीच-बचाव करते हुए इस झगड़े को रोका, इसी दौरान कई पुलिसकर्मी बिना हेलमेट के निकले, लेकिन इन पर यातायात पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इसी बात पर आम आदमी का पुलिस से झगड़ा हुआ.
यातायात जागरुकता के नाम पर आम आदमी परेशान:दरअसल यातायात जागरूकता के नाम पर आम आदमी को लूटा जा रहा है. पुलिसकर्मी सड़क पर केवल आम आदमियों को निशाना बना रहे हैं. आम कामकाजी आदमी जब पुलिस के चंगुल में फंस जाता है, तो पहले तो पुलिसकर्मी इस बात की तफ्तीश करते हैं कि यह किसी नेता जी का चेला तो नहीं है. किसी राजनीतिक पार्टी का सदस्य तो नहीं है या फिर किसी पुलिसकर्मी का रिश्तेदार तो नहीं है. थोड़ी देर में जब आम आदमी थक हार जाता है और पुलिसकर्मी को इस बात की पूरी तसल्ली हो जाती है कि यह सचमुच आम आदमी ही है, तो उसका चालान काट दिया जाता है या फिर उससे रिश्वत ले ली जाती है. जबलपुर में लगभग हर चौराहे पर दिन भर यातायात पुलिस का यह खेल चलता रहता है.