जबलपुर। निजी स्कूलों के द्वारा मनमाने ढंग से फीस वसूलने और ऑनलाइन क्लासेस के नाम पर बेवजह अभिभावकों को परेशान करने का आरोप मध्यप्रदेश अभिभावक संघ ने लगाया है, और इस को लेकर आंदोलन करने की तैयारी शुरू कर दी है. आज जबलपुर में अभिभावक संघ नर्मदा तट के ग्वारीघाट में जल सत्याग्रह करने जा रहे थे, इसी दौरान मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हे रोक दिया. जिसके विरोध में अभिभावक संघ ने नर्मदा घाट पर ही अपना आंदोलन शुरू कर दिया.
जबलपुर: निजी स्कूलों की मनमानी पर अभिभावक संघ का सत्याग्रह, पुलिस ने नर्मदा में उतरने से रोका
कोरोना काल में ऑनलाइन क्लासेस के नाम पर निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों से भारी भरकम फीस वसूली जा रही है. जिसके विरोध में मंगलवार को अभिभावक संघ नर्मदा तट के ग्वारीघाट में जल सत्याग्रह करने पहुंचे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया. जिसके बाद अभिभावकों ने नर्मदा तट पर ही आंदोलन शुरू कर दिया. पढ़िए पूरी ख़बर
अभिभावक संघ की मांग है कि कोरोना संक्रमण के दौरान जब स्कूल बंद थे, तब स्कूल फीस आखिर क्यों वसूली जा रही है. ऑनलाइन क्लासेस के नाम पर निजी स्कूल लगातार अभिभावकों को फोन कर उनसे फीस की मांग कर रहे हैं. जबकि ऑनलाइन क्लासेस भी सही ढंग से नहीं चल रही है. इसके अलावा निजी स्कूलों के द्वारा पाठ्यक्रम पुस्तक की बिक्री कुछ विशेष दुकानों में ऊंचे दामों पर की जा रही है, जिसका अभिभावक संघ विरोध कर रहा है. संघ की मांग है कि निजी स्कूलों को लेकर मध्यप्रदेश शासन एक गाइडलाइन जारी करें. इधर मौके पर पहुंची पुलिस के निर्देश पर अभिभावक संघ पानी में न उतरकर नर्मदा तट पर ही आंदोलन शुरू कर दिया.
पुलिस के आदेश के बाद अभिभावक संघ नर्मदा के ग्वारीघाट तट पर ही खड़े होकर अपना आंदोलन शुरू कर दिया. मध्य प्रदेश अभिभावक संघ के उपाध्यक्ष हेमंत पटेल ने ईटीवी भारत को बताया कि निजी स्कूलों की मनमानी से सभी अभिभावक परेशान हैं और अब राज्य शासन को इस ओर कड़ा कदम उठाना चाहिए. अभिभावक की स्थिति कोरोना काल में लगातार बिगड़ती जा रही है. इसके बावजूद भी निजी स्कूल अपना फरमान फीस को लेकर जारी कर रहे हैं. अभिभावक संघ ने राज्य सरकार से मांग की है कि निजी स्कूलों पर पाबंदी को लेकर सरकार कोई गाइडलाइन बनाए, जिससे कि अभिभावकों को राहत मिले. साथ ही संघ ने कोरोना काल में बच्चों को स्कूल न भेजने की भी मांग की गई है.