जबलपुर। शहर की सड़कों पर चलने वाले हजारों वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. वजह सड़कों का गड्ढों में तब्दील होना. जी हां स्मार्ट सिटी में कई सड़कें ऐसी है, जहां गड्ढे दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं. आम लोगों के साथ तो आलम यह है कि, हादसे के डर से लोग अपना रास्ता तक बदल देते हैं.
शहर में सबसे ज्यादा गड्ढे अगर सड़कों पर हैं, तो उसकी वजह है सीवर लाइन. सन् 2008 में शुरू हुआ सीवरेज प्रोजेक्ट का काम आज भी अधूरा है. अधूरे प्रोजेक्ट की वजह से गड्ढे लगातार हादसों को दावत दे रहे हैं. रानीतालगढ़ा, मदन महल और नोदरा ब्रिज के पास इतने गहरे और खतरनाक खड्डे हैं कि कोई भी गंभीर रूप से घायल हो सकता है.
क्या कहती है जनता ?
मदन महल निवासी पीयूष बताते हैं, सीवर लाइन के लिए करीब 2 माह पहले उनके घर के सामने गहरा गड्ढा खोदा गया था, जिसे अब तक नहीं भरा गया. इस संबंध में लोगों ने नगर निगम से गड्ढे को बंद करवाने को लेकर अवगत भी करवाया, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा. वहीं स्थानीय निवासी अजय कहते हैं, अब तो सड़कों पर गड्ढे देखकर गाड़ी चलाने में डर लगता है.
गड्ढों को लकड़ी और बेरिकेड्स से ढक दिया