जबलपुर। आम तौर पर एक अमरूद का सामान्यतः 50 से 100 ग्राम तक वजन होता है, लेकिन जबलपुर कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कृषि मेले में छत्तीसगढ़ के एक किसान ने खास किस्म के पेरु की पेशकश की है, इस किस्म को उसने खुद से इजात किया है. जिसका वजन 500 ग्राम से एक किलोग्राम तक है. जिसे शहर के जवाहरलाल नेहरु कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कृषि मेले की प्रदर्शनी में रखा गया है. जिसे देखने के लिए लोगों की अच्छी खासी भीड़ उमड़ रही है.
कृषि मेले में दिखा विश्व का सबसे बड़ा अमरूद, तीन फीट की लौकी रही आकर्षण का केंद्र - विश्व का सबसे बड़ा अमरूद
जबलपुर के जवाहरलाल नेहरु कृषि विश्वद्यालय में कृषि मेले का आयोजन किया गया. जिसमें एक किलो का अमरूद और तीन फीट लंबी लौकी रही आकर्षण का केंद्र.
यही नहीं इस कृषि मेले में किसान कमलेश पटेल द्वारा इजात किया गया खास किस्म का अमरूद देखने में खरबूजे जैसा लगता है. इसका आकार सामान्य अमरूद की अपेक्षा काफी बड़ा है. बताया जा रहा है कि दुनिया का ये सबसे बड़ा अमरुद है. कमलेश पटेल ने बताया कि आम तौर पर जब किसान फसल की पैदावार करता है. तब पौधों की जड़ों पर ध्यान कम देता है, लेकिन उन्होंने सभी बातों का ध्यान रखा है. साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने इसके लिए कई किस्म के अमरूदों के जर्म प्लाजा इकट्ठा कर उसमें से सेलेक्शन करने के बाद ग्राफ्टिंग तकनीक से वीएनआर किस्म इजात किया है.
इसके अलावा मेले में विश्व के सबसे बड़े अमरूद के साथ-साथ तीन फीट लंबी लौकी भी आकर्षक का केंद्र रही. जिसे जिले की पाटन तहसील में रहने वाले एक किसान ने उगाया है. इस लौकी का आकर्षण इतना था कि लोग इसके साथ सेल्फी लेने से भी नहीं चूक रहे हैं.