जबलपुर।कुख्यात अपराधी और हिस्ट्रीशीटर बबलू पंडा (History Sheeter Bablu Panda) की हत्या गैंगवार में नहीं बल्कि जुए के रुपए के लेनदेन के कारण हुई है. यह खुलासा मंडला पुलिस ने किया है. बबलू पंडा की हत्या के आरोप में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस वारदात में एक आरोपी को भी चोट आई है, जिसे की जिला अस्पताल मंडला में भर्ती करवाया गया है. फिलहाल बबलू पंडा के शव का पोस्टमार्टम बीजाडांडी में किया जा रहा है.
जुआ खिलाने में माहिर था बबलू पंडा
जबलपुर के गोरा बाजार निवासी हिस्ट्रीशीटर बबलू पंडा के खिलाफ करीब 30 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज है. 2020 में प्रशासन ने पंडा को जिला बदर किया गया था. उसके बाद से ही वह जबलपुर जिले से बाहर रहकर अपनी जुए के साम्राज्य को बढ़ा रहा था. बबलू पंडा जुआ खिलाने में इतना माहिर था, कि एक साथ वह कई फड़ को जबलपुर और मंडला के जंगलों में बिछाया करता था. बताया जा रहा है कि इसी जुए के लेनदेन को लेकर उसका विवाद हुआ. जिसके बाद पंडा की गोली मारकर हत्या कर दी.
पत्नी सहित दो की हत्या कर चुका है बबलू पंडा
बबलू पंडा जबलपुर का कुख्यात अपराधी था. उसने मार्च 2015 को अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद मई 2015 में ही अपने एक साथी की हत्या कर शव को पान उमरिया के जंगल मे फेक दिया था. हाल ही में पंडा जमानत पर बाहर आया था.
हिस्ट्रीशीटर अपराधी का खौफनाक अंत! हत्यारों ने पहले गोली मारी, फिर काट दिया गला