जबलपुर।पढ़ाई लिखाई के बाद ज्यादातर लोगों की उम्मीद होती है कि उन्हें एक सुरक्षित सरकारी नौकरी मिल जाती लेकिन सरकारी नौकरियां सीमित हैं. ऐसी स्थिति में लोग क्या करें इनके लिए एक जवाब है जबलपुर का इनक्यूबेशन सेंटर. यहां फिलहाल लगभग 45 लड़कियां पहुंची हैं जिनके दिमाग में गजब के बिजनेस आइडिया हैं इस इनक्यूबेशन सेंटर में इनके आइडिया को एक सफल व्यापार शुरू करने के पहले ट्रेनिंग दी जा रही है.इसमें से कुछ लड़कियां ऐसी हैं जो पहले से अपना स्टार्टअप शुरू कर चुकी हैं और वह अब इसे और बेहतर करने के लिए यहां व्यापार करने के हुनर सीख रहीं हैं.
पहली ड्रोन पायलट पल्लवी: जबलपुर की पल्लवी अभी मात्र 32 साल की हैं और इन्होंने अपने करियर में दो बार स्विच किया है. पल्लवी ने 3 साल तक एक निजी बैंक में नौकरी की इसके बाद इन्होंने खुद का व्यापार शुरू करने का फैसला लिया. पल्लवी ने पुराने काम से बिल्कुल हटकर अपनी पसंद के अनुसार ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग ली. पल्लवी कहती हैं कि वह मध्य प्रदेश की पहली सर्टिफाइड महिला ड्रोन पायलट हैं. पल्लवी ने बताया कि ड्रोन चलाने के लिए ट्रेनिंग बहुत जरूरी है इसलिए वह जबलपुर में यह काम शुरू कर चुकी हैं जिसमें भी खुद ड्रोन मैन्युफैक्चर कर रही हैं.
बेरोजगारों के लिए प्रयास: गौरी श्रीवास्तव भी ऐसा ही अपना स्टार्टअप चला रही हैं. उनके पास बहुत ज्यादा बजट नहीं है लेकिन उन्होंने अपनी बुद्धि से एक नया आइडिया डेवलप किया है.उन्होंने स्थानीय स्तर पर नौकरियों के मौके और बेरोजगारों को नौकरियां दिलाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने का एक तरीका निकाला है. इसमें वह नौकरी खोजने वाले बेरोजगारों के बीच कंपनी और लोगों के लिए एक पुल की तरह काम कर रहीं हैं. उनका कहना है कि वह अपने काम को और बढ़ाने के लिए यहां ट्रेनिंग ले रही हैं.