मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

Jabalpur News: वन मंत्री विजय शाह के बिगड़े बोल-राहुल गांधी व प्रियंका गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते देखकर नेताओं के जुबान बेलगाम होती जा रही है. वन मंत्री विजय शाह ने जबलपुर में विवादास्पद बयान दिया है. उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पप्पू कहा. विजय शाह यहीं नहीं रुके उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को अम्मा कहा.

Vijay Shah Objectionable remarks
वन मंत्री विजय शाह के बिगड़े बोल-राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के बारे में

By

Published : Jun 24, 2023, 12:09 PM IST

वन मंत्री विजय शाह के बिगड़े बोल-राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के बारे में

जबलपुर।मध्य प्रदेश सरकार के वन मंत्री कुंवर विजय शाह गौरव यात्रा लेकर जबलपुर पहुंचे. यहां उन्होंने रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर जाकर माल्यार्पण किया. रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के मौके पर नरई नाला जाकर वह श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे. इस मौके पर मंत्री विजय शाह ने प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इन्हीं लोगों की वजह से देश के लिए मर मिटने वालों को इतिहास में जगह नहीं मिली. उन्होंने कहा कि महान रानी दुर्गावती और कहां पप्पू को प्रधानमंत्री बनवाने का प्रयास करने वाली अम्मा, दोनों की कोई तुलना नहीं हो सकती.

बीजेपी ही आदिवासियों की हितैषी :विजय शाह ने कहा कि कांग्रेस केवल चुनाव के समय ही आदिवासियों को याद करती है. बीजेपी के लिए यह चुनावी कार्यक्रम नहीं है. विजय शाह ने कहा कि इतिहासकारों ने रानी दुर्गावती और भारत के कई सच्चे सपूतों को इतिहास में स्थान नहीं दिया और मुगलों को महान बताया गया. अभी भी यही पढ़ाया जा रहा है और बच्चों को यही सिखाया जा रहा है. बता दें कि विजय शाह जबलपुर में रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आए हैं. भारतीय जनता पार्टी चुनाव के मद्देनजर आदिवासियों के वोट को साधने के लिए रानी दुर्गावती को प्रचार का माध्यम बना रही है.

ये खबरें भी पढ़ें...

रानी दुर्गावती के सहारे वोट बैंक पर नजर :गौरतलब है कि रानी दुर्गावती का नाम लेकर आदिवासियों के विकास की बात कही जाती है और हर साल इस बात को याद किया जाता है कि रानी दुर्गावती और आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के साथ इतिहासकारों ने सही नहीं किया. लेकिन केवल इतिहास की चर्चा करके और रानी की कहानी सुना कर आदिवासियों के जीवन स्तर को बदलने की कोशिश कहां तक सही है. हर साल रानी के बलिदान दिवस पर भारतीय जनता पार्टी इसी तरह के आयोजन करती है लेकिन इससे आदिवासियों के जीवन स्तर में कोई फर्क पड़ रहा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details