Mp Chunav 2023: एमपी चुनाव में जीत के लिए धार्मिक आयोजनों की लगी होड़, जबलपुर कैंट के विधायक ने वोटरों को ट्रेन से करवाई महाकाल यात्रा - Jabalpur Cantt MLA Shok Rohani
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में जब पूरी दुनिया विज्ञान की तरफ बढ़ रही है, तब मध्य प्रदेश का चुनाव धार्मिक आयोजनों के आधार पर लड़ा जा रहा है. यहां के नेता वैज्ञानिक विकास और व्यापार की जगह पूजा पाठ करते और करवाते नजर आ रहे हैं.
जबलपुर कैंट के विधायक अशोक रोहाणी
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Published : Jul 26, 2023, 10:58 PM IST
जबलपुर कैंट के विधायक ने वोटरों को ट्रेन से करवाई महाकाल यात्रा
जबलपुर। एमपी विधानसभा चुनाव 2023 राजनीतिक मुद्दों की बजाए धार्मिक आयोजनों के आधार पर होता नजर आ रहा है. इसीलिए चुनाव जीतने के लिए कहीं राम कथा हो रही है. कहीं शिव कथा हो रही है तो कहीं भागवत कथा हो रही है. अब जबलपुर में इन सब से आगे बढ़कर नेताओं ने अपनी विधानसभा के लोगों को धार्मिक यात्राएं करवाना शुरू कर दिया है. जबलपुर कैंट विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक अशोक रोहाणी ने सैकड़ों लोगों को रेलगाड़ी से महाकाल यात्रा करवाई.
विधानसभा चुनाव या बड़ा धार्मिक आयोजन:2023 का विधानसभा चुनाव चुनाव कम धार्मिक आयोजन ज्यादा नजर आ रहा है. इसलिए राजनीतिक वक्ताओं को सुनने की बजाय धार्मिक नेताओं को ज्यादा सुना जा रहा है. चुनाव की तैयारी कर रहे नेता भी राजनीतिक कार्यक्रम करने की जगह धार्मिक आयोजनों में लगे हुए हैं. जबलपुर में अब तक अलग-अलग किस्म के धार्मिक आयोजन हो चुके हैं. इनमें एक नेता ने कावड़ यात्रा निकाली और उसमें हजारों लोग शामिल हुए कैंट विधानसभा में ही शिव कथा का आयोजन किया गया और इसमें शामिल होने खुद शिवराज सिंह पहुंच गए. भारतीय जनता पार्टी के संभागीय कार्यालय में सुंदरकांड का आयोजन हुआ. ऐसा नहीं है कि केवल भारतीय जनता पार्टी ही धार्मिक आयोजन करवा रही है. कांग्रेसी भी बड़े-बड़े धार्मिक आयोजन करवा रहे हैं. पूर्व विधानसभा में इस समय एक बड़े धार्मिक कथा की जा रही है और नेता भी अपनी धार्मिक छवि चमकाने के लिए राजनीतिक कार्यक्रम में पहुंचे या ना पहुंचे लेकिन धार्मिक आयोजनों में कभी पीछे नजर नहीं आते.
जबलपुर विधायक ने बांटे महाकाल किट
जबलपुर से महाकाल रेल यात्रा: ताजा मामला कैंट विधानसभा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के विधायक अशोक रोहाणी का है. अभी तक नेता धार्मिक आयोजनों तक ही सीमित थे लेकिन अशोक रोहाणी ने इसमें एक नया काम कर डाला और वह पूरी ट्रेन भर के अपनी विधानसभा क्षेत्र के लोगों को महाकाल की यात्रा करवाने ले गए. हालांकि अशोक रोहाणी का कहना है कि "इस आयोजन में ज्यादातर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता थे और सभी ने अपनी अपनी जेबों से पैसे खर्च किए थे. उन्होंने भी थोड़ा सा सहयोग इसमें किया था और ऐसी यात्राएं कैंट विधानसभा क्षेत्र की ओर से कई सालों से की जा रही है, लेकिन इस यात्रा की वजह से टिकट के दूसरे दावेदारों के बीच में संकट खड़ा हो गया है. धार्मिक कार्यक्रम ही एक बहुत महंगा आयोजन होता है. ऐसे में पूरी ट्रेन रिजर्व करके यात्रा करवाना ज्यादा खर्चीला काम है."
ऐसा नहीं है कि जबलपुर में केवल अशोक रोहाणी ने ही धार्मिक यात्राएं करवाई है, बल्कि जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू कांग्रेस में रहते हुए भी कई सालों से वैष्णों देवी यात्रा समिति से जुड़े हुए हैं और हर साल यह समिति लोगों को वैष्णों देवी यात्रा करवाती है. इसमें यात्रा करने वाले लोग भी टिकट खरीदते हैं लेकिन समिति को भी अपनी जेब से पैसे खर्च करने पड़ते हैं. यात्रा समिति का कहना है कि "उनका कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है लेकिन यदि राजनीतिक आदमी किसी काम में शामिल है तो हम इसे उसका धार्मिक एजेंडा तो नहीं मान सकते."