जबलपुर। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर के निधन से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है. प्रदेश सरकार ने गौर के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है, वहीं राजनेताओं ने गौर को श्रद्धांजलि दी और कहा कि प्रदेश की राजनीति में गौर की कमी हमेशा खलती रहेगी.
बाबूलाल ने कभी अपने-पराये का एहसास ही नहीं होने दिया, हमेशा खलेगी गौर की कमीः मंत्री
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के निधन पर प्रदेश में तीन दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया है, कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा कि गौर की कमी हमेशा खलेगी.
मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का निधन
सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया ने गौर को बतौर मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और एक प्रखर वक्ता के रूप में समाज के बीच अच्छी छवि बनाने वाला इंसान बताया. उन्होंने कहा कि हम लोगों को कभी एहसास ही नहीं हुआ कि वे विपक्ष के नेता हैं या हमारी पार्टी के.
मंत्री ने कहा कि गौर हंसमुख और बेबाक जवाब देने वाले इंसान थे, उनको खोकर ऐसा लग रहा है कि जैसे प्रदेश की राजनीति का एक बड़ा सितारा हमेशा के लिए अस्त हो गया है.