जबलपुर। स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata mangesker) की आवाज में ऐसा जादू है, जो उन्हें एक बार सुन ले वह उनकी आवाज का दिवाना हो जाता है. लता मंगेशकर को सुनने वाले तो लाखों हैं लेकिन जबलपुर के रामकृपाल नामदेव की दिवानी सबसे अनोखी है. रामकृपाल नामदेव ने लता मंगेशकर की एक ऐसी पेंटिंग बनाई है, जिसमें लता जी के जीवन से जुड़े हुए 1436 चित्र दिखाई देते हैं, और इन चित्रों को एक दूसरे में ऐसे पिरोया गया है कि जब पूरे चित्रों को एक साथ देखा जाता है तब लता मंगेशकर की एक सुंदर तस्वीर नजर आने लगती है.
पेंटिंग को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में मिली जगह
रामकृपाल नामदेव की इस 18 इंच चौड़ी और 24 इंच लंबी पेंटिंग को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल कर लिया गया है. ये बात जानकर आपको और भी हैरानी होगी कि उन्होंने पेंटिंग का कोई कोर्स नहीं किया. वह बचपन से भी शौकिया पेंटिंग करते थे. फिर आगे चलकर अपने शौक ही उन्होंने रोजगार का जरिया बना लिया. इसी बीच उन्होंने लता जी की एक दर्जन से ज्यादा तस्वीरें बनाई. रामकृपाल नामदेव का कहना है कि जब उन्हें एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल किया गया तो वे इस तस्वीर को लेकर लता मंगेशकर के पास भी गए थे और उन्होंने भी इस तस्वीर की बेहद सराहना की थी.