जबलपुर। जीविकोपार्जन के लिए जिले से बाहर गए मजदूर 22 मार्च से लॉकडाउन के चलते बाहर ही फंसे हैं, खाना नही मिलने के चलते मजदूरों की भूख से हालत खस्ता हो चुकी है. लिहाजा, इन लोगों ने अपने घरों की ओर रुख कर लिया है. कोई साधन नहीं मिलने से ये मजदूर पैदल ही अपने घर की ओर निकल पड़े हैं.
सिर पर गरीबी की गठरी लिए पैदल घर की ओर चल पड़े सैकड़ों मजदूर - Labor migration continues
पूरे देश में मजदूरों का पलायन जारी है. जबलपुर से डिंडौरी के लिए सैकड़ो मजदूर पैदल ही अपने गांव की ओर चल दिए, मजदूरों तक जिला प्रशासन के इंतजाम की जानकारी नहीं पहुंच पा रही है.
पैदल घर जा रहे मजदूर
ज्यादातर मजदूर डिंडौरी से आते हैं, जबलपुर से डिंडौरी की दूरी लगभग 150 किलोमीटर है. जिला प्रशासन का दावा है कि इन मजदूरों के रुकने के लिए अस्थाई ठिकाना बनाया गया है, लेकिन इस बात की जानकारी मजदूरों तक नहीं पहुंच पा रही है और भूखे-प्यासे ही पैदल चलने के लिए मजबूर हैं.
सरकार का निर्देश है कि यदि कोई गांव में बाहर से कोई आता है तो उसे गांव में ही 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन किया जाएगा.
Last Updated : Mar 30, 2020, 2:11 PM IST