जबलपुर। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के संगठन ने एक मुहिम चलाई है. इसमें कहा गया है कि चुनाव में खड़े हुए प्रत्याशी अगर जीतते हैं, तो वे बच्चे और महिलाओं के साथ होने वाले शोषण के खिलाफ संसद में आवाज उठाएंगे. वहीं इस मुहिम को लेकर मिलने गए कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी विवेक तंखा पर बदसलूकी का आरोप लगाया है.
कैलाश सत्यार्थी के NGO के कार्यकर्ताओं ने विवेक तन्खा पर लगाया बदसलूकी का आरोप - जबलपुर
नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने एक मुहिम चलाई है, जिसमें वे अब लोकसभा चुनाव में जीते हुए प्रत्याशियों को शामिल करना चाहते हैं. वे एक सहमति पत्र पर प्रत्याशियों के हस्ताक्षर चाहते हैं कि वे चुनाव जीतने के बाद बच्चों और महिलाओं के खिलाफ होने वाले शोषण के खिलाफ संसद में आवाज उठाएं.
बच्चों और महिलाओं के साथ होने वाले शोषण के खिलाफ आवाज उठाने की मुहिम को लेकर कैलाश सत्यार्थी के एनजीओ के कार्यकर्ता जबलपुर में कांग्रेस प्रत्याशी विवेक तन्खा के पास पहुंचे. यहां संगठन के कार्यकर्ताओं ने विवेक तन्खा से 10 मिनट का समय चाहा. संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि वह एक सहमति पत्र पर विवेक तन्खा के हस्ताक्षर चाहते थे, लेकिन उन्होंने व्यस्तता जाहिर करते हुए एनजीओ के कार्यकर्ताओं से मिलने से मना कर दिया.
जब एनजीओ के कार्यकर्ता जबरन मिलने की कोशिश करने लगे, तो उन्हें फटकार भी लगाई गई. कैलाश सत्यार्थी के कार्यकर्ताओं को कांग्रेस नेता के यहां मायूसी का सामना करना पड़ा. इन कार्यकर्ताओं ने बीजेपी प्रत्याशी राकेश सिंह के घर का रुख किया. हालांकि देर रात तक राकेश सिंह प्रचार के बाद भी घर वापस नहीं लौटे थे.