Jabalpur Illegal Mining:अवैध रेत खनन के विरोध में अनूठा प्रदर्शन, नोटों से भरी मटकी व माला लेकर पहुंचे कलेक्ट्रेट
जबलपुर जिले में अवैध रेत उत्खनन को लेकर माइनिंग अधिकारियों को नोटों से भरी मटकी सौंपने पहुंचे मध्य भारत संगठन के पदाधिकारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जबलपुर में रेत का अवैध खनन सालभर जारी रहता है, जिससे नर्मदा के कई घाट छलनी हो चुके हैं. कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भले हो गई हो, लेकिन संगठन का कहना है कि इससे अवैध माइनिंग के खिलाफ उठी आवाज दबने वाली नहीं है.
जबलपुर अवैध रेत खनन के विरोध में अनूठा प्रदर्शन
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Published : Apr 28, 2023, 12:18 PM IST
जबलपुर अवैध रेत खनन के विरोध में अनूठा प्रदर्शन
जबलपुर।मध्यप्रदेश में इन दिनों अवैध रेत उत्खनन का काला व्यापार जोरों पर है. पक्ष और विपक्ष दोनों पार्टियों से जुड़े हुए लोग एवं रसूखदार अवैध रेत उत्खनन कर रहे हैं. लेकिन इन्हें रोकने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. इस कारण इनके हौसले बुलंद हैं. अवैध खनन के विरोध में कई संगठन जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन दे चुके हैं. प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन इसके बावजूद अवैध रेत उत्खनन करने वाले माफिया पर अंकुश नहीं लग पा रहा है.
188 के तहत केस दर्ज किया :गुरुवार को जबलपुर जिला कलेक्ट्रेट स्थित खनिज शाखा में मध्य भारत संगठन के पदाधिकारी नोटों से भरी मटकी एवं नोटों की माला लेकर खनिज कार्यालय पहुंचे, जहां वे प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शन को देखते हुए स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. प्रदर्शन कर रहे मध्य भारत संगठन के चार पदाधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. सभी को हिरासत में लेकर पुलिस थाने पहुंची, जहां धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया. इस गिरफ्तारी को लेकर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं.
नर्मदा के तटों पर अवैध खनन :दरअसल, जबलपुर जिले के नर्मदा तटों पर हो रहे रेत के अवैध खनन को लेकर मध्य भारत मोर्चा संगठन लगातार आंदोलन कर रहा है. बीते दिनों संगठन के पदाधिकारियों ने माइनिंग अधिकारी प्रदीप तिवारी को ज्ञापन सौंपकर अवैध उत्खनन पर रोक लगाने की मांग की थी. इसके बावजूद अवैध खनन जारी है. इसके बाद मध्य भारत मोर्चा संगठन के पदाधिकारियों ने माइनिंग अधिकारी को कलेक्ट्रेट पहुंचकर नोटों से भरी मटकी देने का प्रयास किया. ये सभी नोट चिल्ड्रन बैंक के थे, लेकिन संकेत के तौर पर ये नोट अधिकारी को देना चाह रहे थे.
पुलिस नहीं दे पाई जवाब :इससे पहले कि संगठन के सदस्य माइनिंग विभाग के अधिकारियों से मिल पाते, पुलिस ने उन्हें रोक लिया और गिरफ्तार कर लिया. संगठन के पदाधिकारियों का आरोप है कि माइनिंग विभाग सब कुछ जानते हुए भी आंखें बंद करके बैठा है. जबकि शासन द्वारा उन्हें कार्रवाई करने के लिए तमाम साधन उपलब्ध कराए गए हैं. इसके बावजूद माइनिंग विभाग माफिया के इशारों पर ये सब हो रहा है. वहीं पुलिस अधिकारियों से जब ज्ञापन देने पहुंचे कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के कानून के विषय में पूछा तो थाना प्रभारी यह भी नहीं बता पाए कि संगठन के पदाधिकारियों को किन धाराओं के तहत गिरफ्तार किया जा रहा है. सौरभ यादव, संयोजक, मध्य भारत मोर्चा ने पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी को अवैध बताया है. वहीं, वीरेंद्र सिंह पंवार, टी आई, ओमती थाना इस मामले में कुछ भी बोलने से बचते रहे.