जबलपुर।जिले के प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा ने निजी अस्पतालों की बैठक करते हुए ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता की जानकारी मांगी है तो वहीं सरकारी ऑक्सीजन प्लांट का भी उन्होंने दौरा किया. संभाग के सबसे बड़े मेडिकल अस्पताल समेत जिला अस्पताल विक्टोरिया में कोरोना संक्रमण काल के दौरान ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की गई थी. अब वहां उपलब्ध ऑक्सीजन और तमाम तकनीकी जानकारियां हासिल की जा ही हैं.
Jabalpur कोरोना के नये वैरिएंट के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा, ऑक्सीजन प्लांट्स चेक करने के निर्देश
कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. देशभर में कोरोना को लेकर एडवाइजरी जारी करने के बाद अब स्वास्थ्य महकमा वैक्सीनेशन के साथ-साथ इलाज के लिए क्या कुछ जरूरी है, इसको लेकर बैठकों में जुटा है. प्रशासन का सारा जोर इस बार ऑक्सीजन की उपलब्धता (Instructions to check oxygen plants) पर है. दूसरी लहर से सबक लेते हुए ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया जा रहा है.
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ऑक्सीजन की उपलब्धता की जानकारी ली :निजी अस्पतालों ने भी कोरोना काल में खुद के ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए थे, जिसकी जानकारी मिलने के बाद यह सुनिश्चित हो जाएगा कि अगर नई लहर कोहराम मचाती है तो कितनी ऑक्सीजन की व्यवस्था जिले में है. गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान पहली और दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के चलते भयावह स्थिति जबलपुर में देखने को मिली थी. एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन ना मिल पाने के कारण कई मरीज देखते ही देखते अपनी जान गंवा बैठे थे. वहीं कई अस्पतालों में ऑक्सीजन ना मिल पाने के कारण स्थितियां असामान्य हुई थीं. यही वजह है कि चीन जैसे हालातों को देखते हुए संभागभर में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता हो.