रानी कमलापति के बाद विश्व स्तरीय बनेगा जबलपुर रेलवे स्टेशन जबलपुर।जबलपुर रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग 300 करोड़ रुपए की लागत से नए सिरे से बनने जा रही है, जबलपुर के सांसद राकेश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि "जबलपुर की एयरपोर्ट की बिल्डिंग 275 करोड रुपए में बनी है, उससे कहीं आगे बढ़कर जबलपुर रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग को 300 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है. यह भारत की कुछ अत्याधुनिक रेलवे स्टेशनों में से एक होगी, इसमें यात्रियों के ठहरने के लिए ऊपरी तलों पर वेटिंग रूम बनाए जाएंगे और रानी कमलापति की तर्ज पर इस से निर्मित किया जाएगा."
जबलपुर रेलवे स्टेशन का बदलेगा नाम:जबलपुर रेलवे स्टेशन का नाम भी रानी दुर्गावती के नाम पर रखने की चर्चा की जा रही है, हालांकि रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का फैसला केंद्र सरकार करती है, क्योंकि यह नाम पूरे देश में अपडेट किया जाता है. जबलपुर के लिए यात्रा करने वाले यात्रियों को रेलवे स्टेशन का नाम पता हो और उसका टिकट मिल सके, इसलिए यह प्रस्ताव भी है. लेकिन फिलहाल नाम बदलने के पहले अत्याधुनिक बिल्डिंग बनाई जा रही है.
सांसद राकेश सिंह का कहना है कि "300 करोड़ की लागत से बनने वाली इस इमारत में जबलपुर के भेड़ाघाट की मार्बल रॉक का प्रदर्शन भी किया जाएगा और स्टेशन पर महाकौशल की संस्कृति भी देखने को मिलेगी. जबलपुर रेलवे स्टेशन में फिलहाल जो सुविधाएं हैं, पर्याप्त हैं, लेकिन अब इसे देश के एक महत्वपूर्ण स्टेशन के रूप में निर्मित किया जा रहा है, इसलिए इस बार लगभग 300 करोड़ रूपया खर्च किए जाएंगे. इस अत्याधुनिक रेलवे स्टेशन के बनने के बाद पश्चिम मध्य रेलवे के पास मध्य प्रदेश में ही दो राष्ट्रीय स्तर की रेलवे स्टेशन हो जाएंगे."
120 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा मदन महल स्टेशन:पश्चिम मध्य रेलवे फायदे में चलने वाली संस्था है और इसने बीते सालों में करोड़ों रुपए का रजिस्टर अर्जित किया है, इसलिए इसका उपयोग जनता के फायदे के लिए किया जा रहा है. हालांकि रेलवे की बड़ी आए माल भाड़े से होती है, लेकिन जनता को सुविधा देना भी रेलवे की जिम्मेवारी है. जबलपुर की मदन महल स्टेशन पर भी रेलवे ने 120 करोड़ रुपए खर्च किए हैं और इसे एक टर्मिनल स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है, कुछ दिनों में यहां से भोपाल की ओर जाने वाली रेल गाड़ियों को छोड़ा जाएगा, इसका काम भी अंतिम स्तर तक पहुंच गया है.