जबलपुर। वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो ने दो दुर्लभ प्रजाति के कछुए बरामद किए हैं. इस दौरान तीन तस्करों की भी गिरफ्तार किया गया है. तस्कर कछुओं को बेचने की फिराक में थे.
कछुओं को बेचने की फिराक में थे तस्कर. लोगों में बढ़ रहा कछुआ पालने का शौक
आजकल कछुए पालने का शौक लोगों में बढ़ता जा रहा है. लोग दुर्लभ किस्म के कछुए पाल रहे हैं. इनको खरीदने के लिए लोग मनमाने पैसे भी खर्च कर देते हैं. इसी लालच में तस्कर पुराने बड़े और अनोखी बनावट के कछुए खोजते हैं. रविवार को जो कछुए बरामद हुए हैं, वह बेहद सुंदर हैं. इनके ऊपर जो आकृतियां बनी हैं, वह नायाब हैं इसलिए इन कछुओं की कीमत अच्छी मिलती है.
वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो ने पकड़े तस्कर. 50,000 रुपये तक बिक जाता है एक कछुआ
वन विभाग की टीम को तस्करों से मिली जानकारी के अनुसार यदि सही खरीदार मिल जाए तो एक कछुआ 50,000 रुपये तक बिक जाता है. हालांकि कछुए खरीदना और बेचना गैर कानूनी है. वन विभाग की टीम ने तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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बरगी नगर से पकड़े थे कछुए
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने कछुए बरगी नगर से पकड़े थे. इसी तरह का एक मामला कुछ दिनों पहले भी सामने आया था जब वन विभाग ने तीन कछुए बरामद किए थे. बीते कुछ वर्षों से कछुआ पालना शुभ माने जाने लगा है. बस इसी मान्यता के बाद से कछुए संकट में आ गए हैं. ज्यादातर लोग इनको घरों में रखते हैं, जबकि कछुआ एक खुले पानी का जीव है. इसे बंद वातावरण में पालना प्रकृति के खिलाफ है.