मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

Jabalpur Murder News: रिश्तों का कत्ल! शराब के नशे में पुत्र ने पिता को उतारा मौत के घाट

जबलपुर में एक कलयुगी बेटे ने चाकू से गोदकर पिता को मौत के घाट उतार दिया. पिता-पुत्र के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. शराब के नशे में धुत बेटे ने चाकू से पिता पर हमला कर दिया. परिजन घायल को अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी है.

son killed father with knife in jabalpur
पुत्र ने पिता को उतारा मौत के घाट

By

Published : Apr 19, 2023, 9:17 AM IST

पुत्र ने पिता को उतारा मौत के घाट

जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. जहां एक कलयुगी पुत्र ने अपने पिता की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी और घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी पुत्र मौके से फरार हो गया. आनन-फानन में परिजन अधेड़ को मेडिकल अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. फिलहाल पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आरोपी पुत्र की तलाश शुरू कर दी है.

पिता-पुत्र में आए दिन होता था विवाद:दरअसल गोरखपुर थाना क्षेत्र के ककरैया पीपल मोहल्ला में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक कलयुग पुत्र पवन ठाकुर ने अपने पिता कल्लन ठाकुर की चाकू से गोदकर हत्या कर दी. बेटे द्वारा पिता की हत्या करने की जानकारी जैसे ही आसपास लोगों को लगी तो इलाके में सनसनी फैल गई. मृतक के भतीजे लखन ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि ''मेरे चाचा कल्याण ठाकुर और उनके पुत्र पवन के बीच नशे के कारण आए दिन विवाद होता रहता था. लेकिन मंगलवार शाम को एक बार फिर पवन शराब के नशे में घर आया और पिता से लड़ाई करने लगा. देखते देखते दोनों में झूमा झपटी होने लगी. तभी पवन ने अपने पिता कल्लन ठाकुर को चाकू से गोदकर घायल कर दिया.'' परिजनों ने जैसे ही कल्याण को लहूलुहान देखा तो उसे लेकर मेडिकल अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अस्पताल की सूचना पर पहुंची गोरखपुर पुलिस ने आरोपी पुत्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए तलाश शुरू कर दी है.

Also Read:यह खबरें भी पढ़ें

जिसने उंगली पकड़कर चलना सिखाया उसी की हत्या: इस घटना के बाद हर कोई हैरान है. आखिर ऐसे लोग क्यों इतनी जल्दी भूल जाते हैं कि वो पिता ही है जिसने हमे उंगली पकड़कर चलना सिखाया. अपना नाम दिया, प्यार दिया और दिया समाज में सर उठाके जीने का हक. लोग ये क्यों याद नहीं रखना चाहते कि जीवन में मां के बाद पिता ही पूजनीय हैं. फिर भी उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं क्यों? एक पिता अपने पुत्र को जन्म देकर उनका पालन पोषण करता है कि बेटा बड़े होकर उनका सहारा बनेगा. पर बेटे बड़े होकर उनके साथ दुश्मनों से बदतर सलूक करते हैं, क्यों? शायद किसी के पास भी इस बात का उत्तर नहीं होगा. यह शब्द लोगों को सोचने पर मजबूर जरूर करेंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details