महापौर ने विकास यात्रा को बताया जिम्मेदार जबलपुर। जबलपुर नगर निगम के लिए राजस्व वसूली टेढ़ी खीर साबित हो रही है. वर्तमान वित्तीय वर्ष में जबलपुर नगर निगम को 325 करोड़ों रुपए का टारगेट मिला था. लेकिन इस टारगेट को पूरा करने के लिए राजस्व विभाग को साल भर भी कम पड़ गया और अब जब वित्तीय वर्ष खत्म होने की कगार पर है तो नगर निगम का राजस्व अमला 180 करोड़ों रुपए वसूल कर पाया है यानी अभी भी तकरीबन सवा सौ करोड़ रुपए 25 से 30 दिनों में वसूलने हैं. राजस्व अधिकारियों ने कहा "जो संपत्ति कर नहीं चुका रहे हैं उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई करने का नोटिस जारी कर दिया गया है. एक महीने में टारगेट पूरा कर दिया जाए."
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जबलपुर नगर निगम में कर्मचारियों की कमी: जबलपुर नगर निगम अमले के पास कर्मचारियों की कमी है. यह बात तो सभी जानते हैं, लेकिन जो कर्मचारी काम कर रहे हैं. वह भी राजस्व वसूली को छोड़कर विकास यात्रा में जुटे हुए हैं. जबलपुर नगर निगम महापौर जगत बहादुर अनु ने राजस्व वसूली का टारगेट पूरा ना होने के पीछे बीजेपी की विकास यात्रा को जिम्मेदार ठहराया है. इस बार वित्तीय वर्ष में 325 करोड़ रुपए का टारगेट मिला लेकिन नगर निगम अभी तक वसूली नहीं कर पाई है. क्योंकि इस वसूली से ही नगर निगम का खर्च चलता है.
बीजेपी विकास यात्रा बना रोड़ा:महापौर जगत बहादुर सिंह ने कहा कि "नगर निगम का पूरा अमला विकास यात्रा में जुटा हुआ है. जिसकी वजह से नगर निगम का कामकाज प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कमिश्नर से मांग की है कि कर्मचारियों को उनके निर्धारित काम में लगाया जाए. राजस्व वसूली नगर निगम के लिए मुश्किलें हो रही है, लेकिन इस बार विकास यात्रा का वित्तीय वर्ष के अंतिम महीनों में निकलना इस काम को और मुश्किल बना रहा है."