जबलपुर।मध्य प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन हों और लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में न आए, इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रिमंडल के मंत्रियों को अलग-अलग जिलों में निगरानी रखने के लिए नियुक्त किया हैं. संस्कारधानी को भी इसको लेकर जिम्मेदारी सौंपी गई हैं. सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया अब तक तीन से चार बार जबलपुर का दौरा कर चुके हैं. टीकाकरण को लेकर प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा भी कर चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि यहां टीकाकरण का काम अच्छा चल रहा हैं. इधर कांग्रेस ने सरकार पर वैक्सीन को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया है.
कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद बढ़ानी होगी वैक्सीनेशन की गति
जिस तरह से कोरोना संक्रमण ने पहली और दूसरी लहर में अपना कहर बरपाया हैं. उसको देखते हुए अब इस संक्रमण से निपटने के लिए वैक्सीनेशन होना बहुत जरूरी हैं. राज्य सरकार ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वैक्सीनेशन के काम में कहीं से भी लापरवाही न बरती जाए. बात करें अगर जबलपुर की, तो यहां वैक्सीनेशन का काम तीव्र गति से हो रहा है. हालांकि, वैक्सीन लगाने के मामले में जबलपुर पांचवे स्थान पर हैं.
जिला टीकाकरण अधिकारी का कहना है कि राज्य सरकार से मिले निर्देश के बाद से ही वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से किया जा रहा हैं. इसके बाद जब अरविंद भदौरिया ने समीक्षा बैठक की, तो टीकाकरण के काम को और तेज कर दिया गया.
वैक्सीनेटेड भक्तों को ही दर्शन दे रहे हैं इंदौर के खजराना गणपति, साथ रखें सर्टिफिकेट
जिले की आबादी करीब 28 लाख हैं. लिहाजा जिला टीकाकरण विभाग को 20 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन करना हैं. अब तक सात लाख 67 हजार से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जा चुका हैं. बता दें कि, जिले में लगभग 18 फीसदी बच्चे हैं, जबकि 22 फीसदी गर्भवती महिलाएं हैं, जिन्हें वैक्सीन नहीं लगनी है.
जबलपुर में वैक्सीनेशन का हाल
नौ ब्लॉक में हो रहा कोरोना टीकाकरण
राज्य सरकार के निर्देश पर नौ स्थानों पर टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है. शहपुरा, मंझौली, पनागर, कुंडम, पाटन, सिहोरा, बरगी और जबलपुर के केंद्रों में स्वास्थ्य विभाग वैक्सीनेशन का काम करवा रहा हैं.
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसएस दहिया के अनुसार, जिले में अब तक सात लाख 67 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका हैं. शुरुआत में वैक्सीन का प्रभाव शहरी क्षेत्रों में अधिक था. अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी टीकाकरण का कार्य चल रहा हैं.
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसएस दहिया ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश मिलते ही जिले में टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा था. इसी बीच जब अरविंद भदौरिया ने 20 मई को जबलपुर का दौरा किया, तब तक 520391 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी थी, जबकि उनके दौरे से अब तक कुल 767000 से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका हैं. यह कार्य तेजी से चल रहा है.
18 से 44 साल के लोगों में वैक्सीन लगवाने की ललक
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसएस दहिया ने बताया कि पहले चरण में टीकाकरण को लेकर लोगों में निश्चित तौर पर भ्रांतियां थीं, जिससे उम्मीद के मुताबिक कम लोग टीकाकरण करवा रहे थे, लेकिन जब 18 साल से 44 साल तक के लोगों को टीका लगाया गया. उनकी भीड़ काफी दिखाई दे रही थी.
जिला टीकाकरण अधिकारी के अनुसार, इस उम्र के लोगों में टीकाकरण को लेकर जागरूकता हैं. यह लक्ष्य अभी शत-प्रतिशत किया जा रहा है. हालांकि, 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में टीकाकरण के दौरान कम उत्साह देखा जा रहा था, लेकिन अब हर कोई चाहता है कि वह वैक्सीन लगवाएं.
वैक्सीन को लेकर करीब 220 सेंटर
कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने मिलकर करीब 220 सेंटर बनाए हैं, जिसमें 50 सेंटरों को स्थाई रूप से शुरू किया गया हैं. यहां पर रोजाना वैक्सीनेशन होता है. शहरी क्षेत्र में वैक्सीनेशन के लिए 120 केंद्र, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 100 केंद्र बनाए गए हैं. इन सभी केंद्रों में वैक्सीनेशन को लेकर तमाम उम्र के लोगों में जागरूकता भी देखी जा रही हैं.
वैक्सीनेशन को लेकर कांग्रेस विधायक ने उठाए सवाल
जिला टीकाकरण अधिकारी का कहना है कि सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही हैं, तो वहीं इसके उलट कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने वैक्सीनेशन पर सवाल खड़े कर दिए हैं. विधायक विनय सक्सेना का कहना है कि राज्य सरकार और उनके मंत्री जनता से झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे देश में अभी तक महज 20 फीसदी ही वैक्सीनेशन हुआ हैं.
कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जागरूकता के अभाव में सांसद राकेश सिंह द्वारा गोद लिए गए कोहला गांव में ग्रामीणों का टीकाकरण नहीं हो रहा हैं, तो फिर अन्य जिलों में वैक्सीनेशन के हालात क्या होंगे?. यह तो भगवान ही जाने, पर यह साफ है कि राज्य सरकार के मंत्री वैक्सीनेशन को लेकर बार-बार झूठ बोल रहे हैं.