जबलपुर। हवाई जहाज की तर्ज पर अब ट्रेनों के इंजनों में भी ब्लैक बॉक्स लगाने की शुरुआत हो चुकी है. ट्रेनों की सुरक्षा में बढ़ोतरी करते हुए पश्चिम मध्य रेलवे ने ट्रेन के इंजन में क्रू वॉइस एवं विडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम लगाया है. इस सिस्टम के जरिए अब भारतीय रेलवे के द्वारा रेल गाड़ियों में लगने वाले रेल इंजनों पर भी नजर रखी जाएगी. इन सिस्टम से रेल संचालन के दौरान लोको पायलट समेत सहायक लोको पायलट पर नजर रखी जा सकेगी और साथ ही साथ इंजन के सामने भी सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है जिससे चलती ट्रेन के सामने आने वाले ट्रैक पर भी रेलवे की तीसरी नजर होगी. इससे ट्रेन के आगे आने वाले अवरोध या सिग्नल आदि की भी जानकारी रेल प्रशासन को मिलती रहेगी. इससे रेलगाड़ियों की अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित होगी.
होती रहेगी मॉनिटरिंग:प्रत्येक इंजन में कुल 6, 8 आई पी बेस्ड डिजिटल सीसीटीवी कैमरे, 8 चैनल का एनवीआर और 4 टीबी की हार्ड डिस्क लगाई जाएगी. कैमरों में माइक्रोफोन इनबिल्ट है जिससे वॉइस रिकॉर्डिंग भी हो सकेगी. कैमरे इंजन की छत पर आगे और पीछे लगाए गए हैं. 2 कैमरे केबिन 1, और 2 कैमरे केबिन 2 में लगाए गए हैं. इससे ड्राइवर और असिस्टेंट ड्राइवर के वीडियो और ऑडियो की रिकॉर्डिंग होगी. ट्रेन हादसा होने की स्थिति में यह जांच में बहुत ही सहायक होगा. इंजन में कैमरे लगाने से ओएचई की मॉनिटरिंग, रेलवे ट्रैक की मॉनिटरिंग, ड्राइवरों की सजगता की मॉनिटरिंग होती रहेगी. जिस तरह हवाई हादसा होने पर ब्लैकबॉक्स हादसे की वजह जानने में सहायक सिद्ध होता है वैसे ही आपातकालीन स्थिति में यह सिस्टम कारण को जानने और सबूत के तौर पर सहायक सिद्ध होगा.