जबलपुर। शहर के ग्रामीण क्षेत्र अहमदपुर के शासकीय माध्यमिक बालक शाला लंबे समय से शिक्षक विहीन हैं. यहां कक्षा एक से लेकर पांच तक के छात्र पढ़ते हैं जिनकी संख्या लगभग 20 के आसपास है. फिलहाल यहां सिर्फ एक अतिथि शिक्षक ही है, जो विद्यालय की जिम्मेदारी को संभाले हुए हैं.
एक अतिथि शिक्षक के सहारे चल रहा है स्कूल, कैसे संवरेगा छात्रों का भविष्य ? - जबलपुर खबर
जबलपुर के अहमदपुर में शासकीय स्कुल में शिक्षकों की कमी के चलते बच्चे शिक्षा से पिछड़ते जा रहे है. यहां लंबे समय से केवल एक ही अतिथि शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहा है.
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दरअसल लंबे समय से छात्र शिक्षा में इस कदर पिछड़ते जा रहे हैं. कि वो अपना नाम तक नहीं लिख पाते हैं. यहां पढ़ाने आने वाले अतिथि शिक्षक का कहना है कि वो अपने स्तर पर छात्रों को पढ़ाने का काफी कोशिश कर रहे हैं लेकिन वर्तमान में स्कूल शिक्षक विहीन है, ऐसे में जितने समय और जिस स्तर की उन्हें शिक्षा दी जाने की जरूरत है वो मिल नहीं हो पा रही है.
वहीं इस मामले में कलेक्टर भरत यादव ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लगातार प्रयास कर रहे हैं. ये मामला उनके संज्ञान में लाया गया तो उन्होंने कहा कि जल्द ही वहां पर स्थाई शिक्षक को नियुक्त किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों के ट्रांसफर की पॉलिसी में ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए थे. जिसके चलते कई स्कूल शिक्षक विहीन हुए हैं ऐसे सभी शिक्षक विहीन स्कूलों में भी शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी.