जबलपुर।भ्रष्टाचार की काली कमाई से महल खड़ा करने और अकूत संपत्ति जुटाने बाले द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च आफ नार्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के पूर्व चेयरमैन व बिशप पद से हटाए गए पीसी सिंह के कार्यकाल का एक और बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हुआ है. EOW के हाथ लगे दस्तावेजों में इस बात का खुलासा हुआ है कि सीएनआई जुबली के लिए सॉवेनियर छपवाने के लिए डायोसिस से जुड़ी संस्थाओं से लाखों रुपए की वसूली की गई और उक्त राशि का गबन किया गया. संस्थाओं से चंदे की वसूली के बाद जुबली पुस्तक भी संस्थाओं को नहीं दी गई. (Another fraud of bishop pc singh came to light)
Jabalpur forgery पीसी सिंह का एक और फ्रॉड सामने आया, चंदे के लाखों रुपए अपने निजी खातों में जमा कराए - चंदे के लाखों रुपए अपने निजी खातों मे जमा कराए
फर्जावाड़े के मास्टर माइंड ईसाई धर्मगुरु एवं निलंबित बिशप पीसी सिंह का एक और बड़ा फ्रॉड सामने आया है. इसमें उन्होंने जुबली सॉवेनियर छपवाने के नाम पर करीब आधा दर्जन संस्थाओं से लाखों रुपए का चंदा वसूला था. इस चंदे को उन्होंने डायोसिस बैंक खाते की बजाय अपने निजी खातों में जमा करवाया था. EOW के हाथ इसके दस्तावेज लगे हैं और वह इसकी भी जांच करने में जुट गई है. (jabalpur forgery another fraud of bishop)
चंदे के नाम पर वसूली थी लाखों की रकमः सूत्रों का कहना है कि इस हेराफेरी के मामले की रकम और भी बढ़ सकती है. जांच टीम को कुछ अहम साक्ष्य मिले हैं. जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि सीएनआई की जुबली सॉवेनियर छपवाने के लिए पीसी सिंह के इशारे पर उनके करीबियों ने आधा दर्जन से अधिक संस्थाओं से लाखों की रकम वसूली. इतनी रकम जिन संस्थाओं से वसूली गई उनमें मसीह मंदिर इंदौर से 7 लाख 80 हजार, क्राइस्ट चर्च इंदौर से 12 लाख 80 हजार, वाइट चर्च से 16 लाख, सेंट पॉल चर्च सीएनआई से 18 लाख, फर्स्ट चर्च रतलाम से 10 लाख 40 हजार, ऑल चर्चेस ऑफ भोपाल से 8 लाख 50 हजार, ग्रेस चर्च देवास से 21 लाख, हाटपिपलिया अस्पताल से 6 लाख व एमएसडब्ल्यू कालेज इंदौर से 10 लाख रु. शामिल हैं. इन सभी से यह राशि चंदे के रूप में वसूली गई थी. (lakhs of rupees recovered of donation)
निजी खातों में जमा कराई गई थी सारी राशिः बहरहाल इस राशि के अलावा भी 50 से 60 लाख रुपए अन्य संस्थाओं से वसूले गए थे. चंदे के रूप में वसूली गई यह राशि पीसी सिंह के इशारे पर भोपाल डायोसिस के बैंक खाते में जमा न करके निजी खातों में जमा कराई गई थी. जांच टीम द्वारा इस संबंध में भी दस्तावेजों की जांच की जा रही है. (lakhs of donations deposited personal accounts)