जबलपुर। जिले के नेताजी सुभाषचंद्र बोस सुपर स्पेशियलिटी मेडिकल अस्पताल में एक्सपायरी दवा मामला का खुलासा करने वाली नर्सिंग ऑफिसर पर कार्रवाई करते हुए हटा दिया गया है. नर्सिंग ऑफिसर को सीएसएसडी का प्रभार छीनते हुए ओपीडी में तैनात किया गया है. नर्सिंग ऑफिसर पर कार्रवाई होने के बाद चिकित्सा क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हैं. इधर पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने मामले में संज्ञान लेते हुए मप्र सरकार को पत्र लिखा है. (jabalpur expiry medicine case) (jabalpur nursing officer removed)
Expiry Medicine Case खुलासा करने वाली नर्सिंग ऑफिसर को हटाया, पूर्व मंत्री तरुण ने सरकार को लिखा पत्र
कलयुग में "कर भला तो हो भला" वाली कहावत बिल्कुल उल्टी पड़ रही है. इसका जीता जागता उदाहरण जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस सुपर स्पेशियलिटी मेडिकल अस्पताल में देखने को मिल जाएगा. यहां एक नर्सिंग ऑफिसर के खिलाफ उच्च अधिकारियों ने महज इसलिए कार्रवाई कर दी, क्योंंकि उसने एक्पायरी डेट की दवाईंयां इस्तेमाल होने की खबर मीडिया के सामने बोल दी थी. इसमें एक अच्छी बात यह जरूर है कि पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए मध्यप्रदेश सरकार को एक पत्र लिख दिया है. (mp jabalpur medical negligence) (Ex minister tarun wrote letter to government) (jabalpur expiry medicine case)
मेडिकल अधीक्षक ने जारी किया तबादले का पत्रः दरअसल नर्सिंग ऑफिसर और सीएसएसडी प्रभारी दीपमाला मालवीय ने सुपर स्पेशियलिटी की मशीनों में उपयोग होने वाली एक्सपायरी दवा और अफसरों का घोटाला उजागर किया था. नर्सिंग ऑफिसर ने बताया था किस तरह से मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. मना करने के बाद भी सुपर स्पेशियलिटी अधीक्षक और अन्य अधिकारी एक्सपायरी दवा इस्तेमाल करने का दबाव बनाते थे. सुपर मेडिकल स्पेशियलिटी अधीक्षक जितेंद्र गुप्ता द्वारा एक आदेश जारी कर उल्लेख किया गया है कि सीएसएसडी प्रभारी दीपमाला मालवीय ने एक्सपायरी दवा का वीडियो वायरल किया और उनका यह कृत्य माफी के लायक नहीं है. इसलिए सीएसएसडी प्रभारी दीपमाला मालवीय को ओपीडी में तबादला किया जाता है जबकि सुषमा सिंह को सीएसएसडी की जिम्मेदारी दी जाती है. (jabalpur nursing officer removed) (jabalpur expiry medicine case)
कर्मचारियों पर बनाया जाता है दबावःमल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में मशीनों के उपयोग की जाने वाली दवाइयां एक्सपायरी डेट की इस्तेमाल की जा रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस्तेमाल करने वाले कर्मचारी वह खुद अपनी स्वेच्छा से इन दवाइयों को इस्तेमाल नहीं करते. इसके लिए अस्पताल में पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों पर दबाव बनाकर उन्हें इस्तेमाल करवा रहे हैं. इस बात का खुलासा वहां पर पदस्थ कर्मचारियों ने खुद किया है. सुपर स्पेशियलिटी नर्सिंग ऑफीसर दीपमाला मालवीय ने बताया था कि अधीक्षक जितेंद्र गुप्ता, डॉ. मल्लिका और भावना सिंह के द्वारा ऑपरेशन में यूज होने वाली दवाओं का इस्तेमाल एक्सपायरी कराई जा रही है. बहुत सी ऐसी दवाएं है जो मरीज के लिए इस्तेमाल होती है. इससे उनपर साइड इफेक्ट हो सकते हैं. इसके बावजूद भी अधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं है. (Ex minister tarun wrote letter to government)(jabalpur expiry medicine case)