जानकारी देते हुए एएसपी संजय अग्रवाल जबलपुर।जबलपुर के माढ़ोताल थाना क्षेत्र में मसाला की दुकान संचालित करने वाले व्यापारी पर दिनदहाड़े फायरिंग की गई थी. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए वारदात में शामिल दो नकाबपोश बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें साफ दिख रहा है कि बाइक में सवार दो युवक व्यापारी की दुकान में पहुंचते हैं और सामान लेने के बहाने गोली मारकर फरार हो जाते हैं. फिलहाल फायरिंग में घायल व्यापारी जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है.
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रविवार दोपहर को हुई थी वारदात:वहीं, इस पूरे मामले में एएसपी संजय अग्रवाल ने बताया कि रविवार की दोपहर बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने मसाला दुकान संचालित करने वाले छोटू पटैल उर्फ खुशीराम उम्र 22 वर्ष निवासी तिलवारा के ऊपर फायरिंग की थी. व्यापारी छोटू के पेट में गोली लगी थी और उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं, एसपी के निर्देश पर इस मामले में गठित की गई पुलिस टीम को परिजनों ने बताया कि धर्मेन्द्र वैदेही निवासी रमनगरा से पूर्व में विवाद हुआ था.
घेराबंदी में पुलिस ने एक बदमाश को पकड़ा:वहीं, पुलिस को फायरिंग की वारदात में शामिल बदमाशों की सूचना मिली कि आरोपी पाटन बायपास के पास खड़े हैं. पुलिस की घेराबंदी को देखते हुए बाइक सवार दो आरोपी मौके से भाग निकले. वहीं, पुलिस ने बुलेट एमपी 20 एनएन 0371 के साथ धर्मेन्द्र वैदेही को पकड़ा. पूछताछ में पकड़े गए बदमाश ने बताया कि पुरानी रंजिश के चलते उसने अनुज खटीक को पिस्टल दिलाई थी और अनुज व रोहित यादव से मसाला व्यापारी पर गोली चलवाई थी. पुलिस ने बदमाश के पास से एक देशी पिस्टल व कारतूस जब्त किया. वहीं, उसकी निशानदेही पर अनुज खटीक को पकड़कर उससे भी एक पिस्टल व बाइक बरामद की है.
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घायल युवक ने दी ये जानकारी: घायल युवक के पिता का कहना था कि 2 फरवरी को उनके छोटे बेटे नवीन के जन्मदिन पर घर में एक कार्यक्रम था. कार्यक्रम के दौरान नशे में धुत सुनील केवट और धर्मेन्द्र महाराज घर के सामने से बाइक लेकर निकले थे. उसी दौरान उनकी बाइक से एक बच्चा टकरा गया था. परिजनों ने जब विरोध किया तो बाइक सवारों ने लोगों के साथ मारपीट की थी. बड़ा बेटा बचाव करने पहुंचा तो दोनों आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देकर भाग गये थे.
इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पूरा परिवार तिलवारा थाने पहुंचा था. वहां पर पुलिस ने हस्तक्षेप अयोग्य अपराध दर्ज कर उन्हें वहां से भगा दिया था, जिसके बाद परिजनों ने उन्हीं बदमाशों पर हमले की आशंका जताई थी. इसके बाद माढ़ोताल पुलिस एवं क्राइम ब्रांच की टीम लगातार धर्मेंद्र एवं उसके साथियों की तलाश कर रही थी, जहां मौका मिलते ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. वहीं एक अन्य आरोपी रोहित यादव की तलाश की जा रही है.