जबलपुर।मध्य प्रदेश के तमाम सरकारी और प्राइवेट स्कूल पिछले सात महीनों से बंद हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को निर्देश दिए कि, वो स्कूल के समय बच्चों को घर से ही ऑनलाइन क्लास लगाकर पढ़ाई कराएं. लेकिन असल में हकीकत कुछ और ही सामने आई है. यही वजह है कि, अब राज्य सरकार ने ऑनलाइन क्लास के साथ-साथ शिक्षकों और कर्मचारियों को स्कूल आने के निर्देश जारी कर दिए हैं. हालांकि अब भी बहुत से ऐसे शिक्षक हैं, जो ऑनलाइन क्लास का बहाना करते हुए घर से ही पढ़ाई करा रहे हैं और स्कूल आने की जहमत नहीं उठा रहे हैं. ऐसे में अब जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारी और DPC (District Project Coordinator) को निर्देश दिए हैं कि, ऐसे शिक्षकों की लिस्ट बनाएं जो कि, राज्य सरकार के आदेश की अवहेलना कर रहे हैं.
शिक्षा विभाग के निर्देश 100 फीसदी होनी चाहिए शिक्षकों की स्कूल में हाजिरी
शिक्षा विभाग ने कोरोना काल के बीच सात महीने बाद एक आदेश जारी करते हुए कहा है कि, सरकारी स्कूल में अब शिक्षकों और कर्मचारियों को नियमित रूप से स्कूल आना होगा. इस दौरान जिस भी शिक्षक की हाजरी 100 फीसदी नहीं होगी, उन शिक्षक और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही आदेश में ये भी कहा गया है कि, बिना सूचना के विद्यालय से कोई भी शिक्षक या कर्मचारी गैरहाजिर नहीं होगा. इस संबंध में राज्य सरकार ने जिला शिक्षा अधिकारी को भी निगरानी करने के निर्देश दिए हैं.
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