जबलपुर। ईओडब्ल्यू की जांच में घिरे बिशप पीसी सिंह की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं. रिमांड पर चल रहे बिशप पीसी सिंह पूछताछ में नित नए खुलासे कर रहे हैं. गौरतलब है कि बिशप पीसी सिंह के कार्यालय तथा घर में दबिश के दौरान 80 लाख का सोना, 1 करोड़ 65 लाख रुपए नगद, 48 बैंक खाते, 18352 यूएस डॉलर, 118 पांउड, 9 लग्जरी गाडिय़ां, 17 संपत्तियों के दस्तावेज मिले थे. ईओडब्लयू की पूछताछ में 10 एफडी सहित 174 बैंक खातों की जानकारी मिली थी. इसके अलावा उन्होंने मिशन कम्पाउण्ड स्थित बेशकीमती जमीन खुद के नाम आधे दामों में खरीदी है. बिशप रहते हुए उन्होंने जमीन बेची और क्रेता के तौर पर स्वयं खरीद ली. बिशप पीसी सिंह उर्फ प्रेमचंद सिंह के खिलाफ देशभर के अलग-अलग राज्यों में 99 मामले दर्ज हैं. इनमें सबसे ज्यादा 42 मामले उत्तरप्रदेश में दर्ज हुए हैं.
विभिन्न राज्यों में केस दर्ज :इसके अलावा राजस्थान में 24 प्रकरण, महाराष्ट्र में 11, पंजाब में 6, एमपी में 4, छत्तीसगढ़ में 3, दिल्ली में 3 व झारखंड में 3 प्रकरण दर्ज हैं. ईओडब्ल्यू ने बिशप को नागपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर 13 सितम्बर को न्यायालय में पेश किया था. न्यायालय ने पूछताछ के लिए चार दिन के लिए आरोपी को ईओडब्ल्यू के सौंपा सौंपा था. द चर्च ऑफ नार्थ इंडिया ने उन्हें पद से हटा दिया था. बिशप ने जमानत के लिए विशेष सत्र न्यायाधीश के समक्ष आवेदन दायर किया था, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया है.
जबलपुर में करोड़ों का आशियाना बना रहा है :बिशप पीसी सिंह ने जबलपुर के नेपियर टाउन मे साल 2009 में 5700 स्क्वायर फीट जमीन जिसकी सरकारी कीमत करीब 2 करोड रुपए थी. उसे खुद ही बेचते हुए स्वयं महज 80 लाख रुपए में खरीद लिया. बिशप ने 4000 स्क्वायर फीट जमीन के ठीक बगल में स्थित 1700 स्क्वायर फीट जमीन जिसकी कीमत 1 करोड़ थी, उसे भी 40 लाख रुपए में खरीद ली. इसके अलावा पूछताछ में उसके 174 बैंक खाते के दस्तावेज मिले. जिसमे 128 बैंक खाते परिजन और रिश्तेदारों के नाम दर्ज हैं.