प्राण प्रतिष्ठा के भव्य आयोजन में जुटा देश, जबलपुर के कलाकार सजा रहे अयोध्या की दीवारें
Jabalpur Artists Made Pictures: 22 जनवरी को उत्तरप्रदेश के अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. इस भव्य आयोजन के लिए जोरो-शोरों से तैयारियां चल रही है. वहीं जबलपुर से कलाकारों का एक दल अयोध्या गया है, जो यहां की दीवारों को चित्र के जरिए सुंदर बना रहे हैं.
जबलपुर।जिले से कलाकारों का एक दल अयोध्या गया है. इसमें सभी पेंटर हैं. यह लोग अपनी इच्छा से अयोध्या गए हैं और अयोध्या में यह लोग दीवारों पर राम भगवान के जीवन से जुड़े हुए चित्र बना रहे हैं. इन लोगों की कलाकारी देखकर अयोध्या के लोग भी मंत्रमुग्ध हैं. इन लोगों का कहना है कि वह 22 तारीख तक लगातार अयोध्या की दीवारों को सुंदर बनाते रहेंगे.
अयोध्या की दीवारों पर राम के जीवन जुड़े चित्र
जबलपुर के पेंटर अशोक विश्वकर्मा के साथ विजय वंशकार, चंद्रकांत भिसेकर, आनंद विश्वकर्मा, शरद नामदेव एवं बिंदी चौधरी इन दोनों अयोध्या में हैं. यह लोग अयोध्या की दीवारों पर राम भगवान के जीवन से जुड़े हुए चित्र बना रहे हैं. अशोक विश्वकर्मा ने बताया कि जब उन्हें पता लगा कि अयोध्या में सौंदर्य कार्य चल रहा है, तो वे भी अपने मित्रों के साथ अयोध्या आ गए और बीते एक हफ्ते से वह लगातार अयोध्या की दीवारों पर राम भगवान के जीवन से जुड़े चित्र बना रहे हैं.
जबलपुर के कलाकार सजा रहे अयोध्या की दीवार
अभी तक अयोध्या में बनाए 50 से ज्यादा चित्र
पेंटर चंद्रकांत ने बताया कि वह ही नहीं बल्कि देश के दूसरे कई इलाकों से आए लोग अयोध्या में अपने मन से कम कर रहे हैं. जबलपुर के कलाकारों ने अयोध्या में अब तक 50 से ज्यादा चित्र बना लिए हैं. इन लोगों का कहना है कि 22 तारीख तक वे लगातार चित्र बनाएंगे. इस काम के लिए वह किसी से कोई पैसा नहीं ले रहे हैं, बल्कि अपनी मर्जी से वह अयोध्या को सुंदर बनाने के लिए काम कर रहे हैं.
इन कलाकारों ने अब तक भगवान राम के जीवन से जुड़ी हुई कई घटनाओं को अयोध्या की दीवारों पर उकेरा है. इन कलाकारों की कला स्थानीय लोगों को भी पसंद आ रही है. लोग कलाकृतियां बनाते हुए जबलपुर के कलाकारों को सड़क पर खड़े होकर निहारते हैं. धर्म को लेकर जो राजनीति की गई. उसकी वजह से बहुत से लोगों ने धर्म से किनारा कर लिया. जबकि भारत में ऐसा संभवत कोई नहीं होगा. जिसे राम से स्नेह ना हो. जबलपुर से अयोध्या गए कलाकार भी किसी राजनीति का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि उनके अंदर की धार्मिक भावना उन्हें अयोध्या तक खींच लाई है. भारत में रहने वाला हर शख्स अयोध्या को सुंदर और व्यवस्थित बनाने की कल्पना कर रहा है.