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No Smoking Day 2023: चेहरे पर नो स्मोकिंग के पोस्टर बनाकर जबलपुर के कलाकार कर रहे अपील, बोले- नशे को सरकार का सरंक्षण

विश्व धूम्रपान निषेध दिवस को जबलपुर की कलाकार ने अनोखे ढंग से मनाया, दरअसल उन्होंने अपने व अपने साथियों के चेहरे पर नो स्मोकिंग के पोस्टर बनाएं. इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि धूम्रपान को बढ़ावा देने में सरकार का हाथ है, सरकार चाहे तो इसे तुरंत बंद कर सकती है, लेकिन दूपत्ता और बीड़ी के कारोबार में सरकार खुद नशे की संरक्षण करती है, इसलिए वे इसे खत्म नहीं करना चाहते.

No Smoking Day 2023
धूम्रपान निषेध दिवस

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Published : Mar 15, 2023, 6:40 AM IST

जबलपुर। मार्च के दूसरे सप्ताह के बुधवार को धूम्रपान निषेध दिवस मनाया जाता है, जबलपुर की एक महिला कलाकार पूजा ने धूम्रपान निषेध दिवस को अनोखे ढंग से मनाया और लोग धूम्रपान न करें इसलिए पूजा के साथ कुछ बच्चों ने अपने चेहरे पर नो स्मोकिंग की पेंटिंग बनवाई. इसके जरिए लोगों को संदेश दिया कि धूम्रपान जानलेवा है और धूम्रपान ना करें.

धूम्रपान निषेध दिवस पर जबलपुर के कलाकार का अनोखा प्रयास

ग्रामीण इलाकों में ज्यादा धूम्रपान:शहरों में धूम्रपान एक बुराई मानी जाती है, लेकिन गांव में अभी भी इसे बुरा नहीं माना जाता और बीड़ी, तंबाकू, हुक्का जैसे तरीकों से बड़े पैमाने पर धूम्रपान किया जाता है. तंबाकू में निकोटिन होता है जो कैंसर का एक बड़ा कारण है, लेकिन इसके बाद भी बीड़ी का चलन ग्रामीण इलाकों में खत्म नहीं हो रहा है.

धूम्रपान निषेध दिवस पर जबलपुर के कलाकार का अनोखा प्रयास

नशे को सरकारी मदद:मध्य प्रदेश तेंदूपत्ता संग्रहण का काम सरकार के स्तर पर होता है, इसमें सरकार तेंदू पत्ते को इकट्ठा करवाने के लिए पैसा देती है जबकि सरकार को पता है कि इस तेंदू पत्ते का इस्तेमाल बीड़ी बनाने के लिए किया जाएगा और बीड़ी के जरिए तंबाकू का नशा होगा. ये एक बुरी आदत है लेकिन जब सरकार ही इसको बुरा नहीं मान रही तो आम जनता इसका विरोध कैसे करें. भारत में स्वतंत्रता के 75 वर्ष गुजरने वाले हैं, लेकिन अभी भी तंबाकू, बीड़ी पत्ती और बीड़ी बनाने से लोगों को रोजगार मिल रहा है. सरकार अब तक जंगल के आदिवासी और ग्रामीण बेरोजगारों के लिए रोजगार मुहैया नहीं करवा पा रही है.

धूम्रपान निषेध दिवस पर जबलपुर के कलाकार का अनोखा प्रयास

सरकारी राजस्व:बीड़ी, सिगरेट और तंबाकू से सरकार को बड़ा राजस्व मिलता है, लेकिन सरकार अपनी नैतिक जिम्मेदारी पूरी नहीं करती और तंबाकू की वजह से बर्बाद होने वाले लोगों का इलाज तक नहीं हो पाता. यही कारण है कि सैकड़ों परिवार बर्बाद हो रहे हैं, लेकिन समाज अब तक इस मामले में गंभीर नजर नहीं आता.

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सिगरेट स्टेटस सिंबल:सिगरेट अभी भी स्टेटस सिंबल है और नए उम्र के बच्चे सिगरेट पीते हुए नजर आ जाते हैं, जबकि सिगरेट फेफड़ों को बुरी तरह प्रभावित करता है. वहीं सार्वजनिक स्थल पर धूम्रपान निषेध है, लेकिन इस नियम का भी सही तरीके से पालन नहीं होता और सार्वजनिक स्थलों पर लोग धूम्रपान करते नजर आ जाते हैं. हालांकि रेलवे स्टेशन, रेलगाड़ी और एयरपोर्ट पर अब लोगों का व्यवहार बदल रहा है और अब इन इलाकों में लोग धूम्रपान करते हुए नहीं दिखते, इसकी एक वजह यहां पर लगने वाला जुर्माना है. अगर इसी तरह की कढ़ाई हर जगह कर दी जाए तो लोग इस बुराई से बच सकते हैं.

धूम्रपान निषेध दिवस पर जबलपुर के कलाकार का अनोखा प्रयास

छोटी कोशिश, बड़ी सलाह:पूजा की कोशिश भले ही छोटी है, लेकिन सलाह बड़ी है और जो लोग धूम्रपान की वजह से होने वाली बीमारियों से जूझ रहे हैं वे इसे समझ सकते हैं. शौक में धुआं उड़ाना, जानलेवा साबित हो सकता है, इसलिए इस बुराई से दूर रहें और धूम्रपान ना करें.

धूम्रपान निषेध दिवस पर जबलपुर के कलाकार का अनोखा प्रयास

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