जबलपुर। देश की सभी 41 केन्द्रीय सुरक्षा संस्थानों में तेजी से गोला बारूद, शस्त्र और सेना के लिए वाहनों का उत्पादन हो रहा है. साल 2019-20 में 15 हजार 500 करोड़ का उत्पादन लक्ष्य रखा गया है. जिसमें इस साल 500 करोड़ का गोला बारूद और शस्त्र भारत एक्सपोर्ट करेगा. आयुध निर्माण बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन ने कहा कि व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर में स्टालियन और एलपीटी का बड़ा उत्पादन लक्ष्य है. इसलिए टाटा और अशोक लेलैंड के साथ टीओटी करार 20 साल और बढ़ाने की तैयारी की जा रही है.
भारत में बने गोला बारूद, शस्त्र और सेना के लिए वाहनों की विदेशों में बढ़ी मांग
जबलपुर में आयुध निर्माण बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन ने कहा कि भारत में बनाए गए शस्त्रों की विदेशों में भी लगातार मांग बढ़ रही है.
दो दिवसीय दौरे पर जबलपुर आए बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन ने कहा कि भारत में बनाए गए शस्त्रों की विदेशों में भी लगातार मांग बढ़ रही है. यही वजह है कि कुछ साल पहले तक जहां भारत विदेशों में एक्सपोर्ट करने के मामले में काफी पीछे था. वहीं अब लगातार विदेशों में भारत माल एक्सपोर्ट कर रहा है. महज कुछ सालों में ही भारत ने 3 से 4 करोड़ के हथियार विदेशों में एक्सपोर्ट किए हैं. ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड नए वित्तीय वर्ष 2019-20 में 500 करोड़ का गोला बारूद और शस्त्र विदेश में एक्सपोर्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.