जबलपुर। सरकार और सरकारी अधिकारियों पर अदालती आदेशों का पालन करवाने की जिम्मेदारी होती है, लेकिन जब सरकारी कार्यक्रमों में ही कोर्ट की अवमानना की जाने लगे, तो भला कानून का राज कैसे कायम रहेगा. जबलपुर में आयोजित राजनीतिक कार्यक्रम में हाईकोर्ट के आदेश की जमकर नाफरमानी देखी गई.
हाईकोर्ट के आदेश की अवेहलना, राज्य सरकार की मंजूरी से सड़क पर लगे राजनीतिक मंच - jabalpur news
जबलपुर हाईकोर्ट ने ट्रैफिक और राहगीरों की परेशानी के मद्देनजर सड़कों पर आम सभाओं के आयोजन पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है. इसके बावजूद शहर में शंकर शाह-रघुनाथ शाह के शहीद दिवस कार्यक्रम का आयोजन सड़क पर किया गया.
जबलपुर हाईकोर्ट ने ट्रैफिक और राहगीरों की परेशानी के मद्देनजर सड़कों पर आम सभाओं के आयोजन पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है. इसके बावजूद शहर में शंकर शाह-रघुनाथ शाह के शहीद दिवस कार्यक्रम का आयोजन सड़क पर किया गया. इतना ही नहीं बहुजन समाज पार्टी ने भी एक अलग से बीच सड़क पर अपना मंच लगाया. ये सब हाईकोर्ट के पास और एसपी ऑफिस के सामने स्थित मालगोदाम चौक पर हुआ. खास बात ये है कि इन दोनों ही मंचों पर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए जबलपुर का पुलिस प्रशासन मौजूद रहा. बीच सड़क पर हो रहे आयोजन को लेकर जिस वकील ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, उन्होंने भी कहा कि ये कोर्ट के आदेश की सरासर अवहेलना है.
वहीं इन दोनों मंचों की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे प्रशासनिक अधिकारी ये कतई मानने को तैयार नहीं थे, कि बीच सड़क पर राजनीतिक मंच लगे हुए हैं. इस पूरे मामले में एसडीएम मनीषा वासकाले का कहना है कि कहीं से भी मार्ग अवरुद्ध नहीं हो रहा है और ना ही किसी प्रकार से हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना हो रही है.