जबलपुर। कोरोना संक्रमण ने इस समय पूरे विश्व में कहर मचा रखा है. भारत में भी यही हाल बने हुए है. सरकारी अस्पताल हो या निजी कही पर भी न इलाज के लिए बेड खाली है और न ही दवा मिल रही है. अब तो एलोपैथिक दवाओं की मारामारी तक आ गई है, पर जानने वाली बात यह है कि कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज सिर्फ एलोपैथिक दवाओं से ही नहीं बल्कि होम्योपैथिक दवा से भी कारगर साबित हो रहा है. लोग इस दवा का उपयोग भी कर रहे है.
होम्योपैथिक में साइड इफेक्ट नहीं
कोरोना संक्रमण को जल्द से जल्द शरीर से अलग कर दिया जाए, यह हर कोई चाह रहा है. इसके लिए एलोपैथिक में कई दवाए भी है, जिसका लोग उपयोग भी कर रहे ,है पर कहा जा रहा है कि एलोपैथिक दवा के शरीर में साइड इफेक्ट भी होते है. वहीं इसके उलट होम्योपैथिक दवा बॉडी में नुकसान नहीं करती है. हालांकि इसका असर होने में थोड़ा देर जरूर लगता है, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए कई ऐसी होम्योपैथिक दवा है, जिससे व्यक्ति पूरी तरह से ठीक हो सकता है.
अगर शरीर में हो कोरोना के लक्षण, तो इन दवाओं का करें उपयोग
होम्योपैथिक एमडी डॉ. धर्मेश बताते है कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए होम्योपैथिक दवाएं भी कारगार सिद्ध हो रही है. लोग इन दवाओं का सेवन भी कर रहे है.
कोरोना महामारी मिटाने में कारगर है होम्योपैथिक उपचार
आज पूरे देश में कोरोना को लेकर त्राहिमाम मचा हुआ है. ऐसे वक्त में एलोपैथीक दवाओं की मारामारी मची हुई है. वहीं इस महामारी के बीच लोग एलोपैथीक दवाओं के साथ-साथ होम्योपैथिक दवाओं का भी सेवन कर रहे है.
डॉ. धर्मेश की मानें, तो वर्तमान में एलोपैथिक दवाओं की अपेक्षा होम्योपैथिक दवा भी शरीर के लिए लाभकारी हो रही है. इतना ही नहीं ये दवाएं आसानी से मिल भी जाती है. होम्योपैथिक दवा को रोजाना एक खुराक लेने पर यह असरदायक साबित होती है. वहीं इसके अलावा सीपिया नाम की एक दवा है, जिसे पांच-छह दिन लेने से कही न कही कोरोना से बचाव हो सकता है.
शहरवासी सुनील गुप्ता बताते है कि कुछ दिनों पहले उनमें भी कोरोना जैसे लक्षण आने लगे थे, तो उन्होंने एलोपैथिक दवा उपयोग न करके होम्योपैथिक दवा ली. उन्होंने बताया कि होम्योपैथिक दवा खाने के बाद अपने आपको स्वस्थ महसूस कर रहा हूं.