जबलपुर।भोपाल गैस त्रासदी के मामले में भारत सरकार स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को जबलपुर हाईकोर्ट में पेश होना था, लेकिन कोरोना वायरस को लेकर पीएम के साथ बैठक की वजह से वो पेश नहीं हो सके. उन्होंने इस बात की जानकारी हाईकोर्ट को दी है.
कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री ने की थी बैठक प्रमुख स्वास्थ्य सचिव भारत सरकार ने बताया है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने कोरोना वायरस के फैलते प्रभाव की वजह से इसे ग्लोबल इमरजेंसी घोषित की है. WHO के आंकड़ों के अनुसार पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के 40 हजार कंफर्म केस अब तक आ चुके हैं. वहीं 27 देशों में लगभग 900 लोगों की इस वायरस की वजह से मौत हो चुकी है.
भारत में भी अब तक 741 सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं और इनमें से तीन लोगों को कोरोना वायरस पॉडिटिव पाया गया है. कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार भी गंभीर है इसलिए 13 फरवरी को प्रधानमंत्री ने खुद इस मुद्दे पर बैठक ली थी.
हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग में भोपाल गैस त्रासदी मामले की कार्रवाई चल रही है. इस दौरान भारत सरकार स्वास्थ्य विभाग के सचिव को खुद पेश होकर जवाब देना था कि भोपाल गैस मामले के पीड़ित लोगों को इलाज की पुख्ता व्यवस्था के क्या इंतजाम किए गए हैं. डॉक्टरों की भर्ती, अस्पताल का कामकाज, मरीजों का ऑनलाइन रिकॉर्ड इन सभी मुद्दों पर सचिव को खुद जवाब देना है.