जबलपुर। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने एक नवजात शिशु का जटिल ऑपेरशन करके उसे नया जीवनदान दिया. आर्मी में सेवाएं देने वाले सतना निवासी जवान की पत्नी ने करीब 20 दिन पहले एक बच्चे को जन्म दिया था. उन्हें पता चला कि नवजात बच्चे को कंजेनिटल डायफ्रेगमेटिक हर्निया (Inguinal Diaphragmatic Hernia) नामक दुर्लभ बीमारी है. जिसमें जन्म के समय से ही शिशु की आंतें, फेफड़े और ह्रदय अपने तय स्थान से दूसरी जगह शिफ्ट हो जाते हैं. इसके कारण बच्चा ना तो ठीक से सांस ले पाता है और ही दूध पी पाता है. डॉक्टरों ने बच्चे का इलाज कर उसे नया जिवनदान दिया.
- बेहद खर्चिला है बिमारी का इलाज
इस बीमारी का इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल्स में बेहद खर्चीला है. इसमें रिस्क भी बहुत होती है. जबलपुर के मेडिकल अस्पताल के पीडियाट्रिक्स सर्जन डॉ. विकेश अग्रवाल और उनकी टीम ने इस बीमारी का इलाज करते हुए 20 दिन के बच्चे के शरीर के अंगों को सही जगह पर स्थापित किया. धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर्स की टीम ने करीब 2 घंटे तक दूरबीन सर्जरी की और सफल आपरेशन किया.