जबलपुर। शाहपुरा में 20 फरवरी को कोऑपरेटिव में डकैती की वारदात हुई थी. बैंक में बदमाशों ने 80 लाख रुपये की लूट की वारदात की थी. जबलपुर पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है की घटना का मास्टरमाइंड अभी भी फरार है.
बैंकों में लूट करने वाले गिरोह पर शिकंजा जबलपुर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बदायूं से हसरत अली, अफगान अली, इमरान अली, इशरत अली और यूसुफ अली को गिरफ्तार किया है. हालांकि गैंग का मास्टरमाइंड इसरार अली उर्फ टिन्ना अभी भी फरार है. पुलिस को इन लोगों के पास से 85 हजार रुपये मिले हैं, बाकी पैसा इन लोगों ने प्रॉपर्टी खरीदने में और व्यापार में लगा दिया है. जबलपुर पुलिस इन लोगों की रिमाइंड ले रही है और इसरार अली की तलाश जारी है.
इस तरह हुई थी घटना
शाहपुरा के कोऑपरेटिव बैंक में 20 फरवरी को जब बैंक मैनेजर ब्रांच पहुंचे, तो उन्हें ब्रांच में ऑफिस की एक खिड़की कटी हुई मिली और लॉकर को काटकर 80 लाख रुपये गायब मिले. बैंक मैनेजर ने तुरंत इस घटना की जानकारी जबलपुर पुलिस को दी. पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तब बात का अंदाजा हो गया था कि यह घटना किसी शातिर गैंग ने की है क्योंकि डाका डालने वाले लोगों को इस बात की जानकारी थी कि बैंक की तिजोरी में कहां 2000 के और कहां 500 के नोट रखे हैं तिजोरी को कितना काटा जाए कि नोट भी ना जले हैं और पैसा भी मिल जाए.
तफ्तीश में एक गिरोह की जानकारी मिली जो बैंकों की छोटी ब्रांच में डाका डालने के लिए मशहूर है. उसने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में भी बैंकों में डाका डाला है. जबलपुर पुलिस को गिरोह का ठिकाना उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में मिला. पुलिस ने जांच शुरू की तो इस गैंग के पांच सदस्यों को पुलिस उत्तर प्रदेश के बदायूं से पकड़ने में सफल रही है.