जबलपुर। तिलवारा थाना क्षेत्र में घाना घाट में नाव से रेत माफिया द्वारा अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा था. पुलिस व प्रशासन की टीम ने जब दबिश दी तो सभी चौंक गये. माफिया द्वारा नर्मदा नदी को छलनी कर घाट के किनारे अवैध संग्रहित की जा रही था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है. प्रारंभिक कार्रवाई के दौरान करीब 5 डंपर अवैध रेत जब्त की गई है.
अवैध रेत के खिलाफ कार्रवाई अधिकारियों के निर्देशन में हुई कार्रवाई
गत दिवस एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा देहात क्षेत्र के सभी राजपत्रित अधिकारियों व थाना प्रभारियों की बैठक लेकर सख्त निर्देश दिए गये थे कि नर्मदा नदी के ऐसे स्थानों पर घाटों पर सतत निगरानी रखी जाए, जहां पर रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है. पुलिस को तिलवारा के घाना घाट पर नाव से अवैध रेत निकाली जाने की सूचना मिली थी, उसके बाद रांझी सीएसपी और टीआई सतीस पटेल एवं थाने के स्टाफ द्वारा घाट की घेराबंदी की गयी.
रेत माफिया में मची भगदड़
पुलिस टीम को देखते ही रेत माफिया में भगदड़ मच गयी और वहां मौजूद सभी बदमाश भाग निकले. मौके पर घाट किनारे बड़ी मात्रा में नदी से निकाली गयी रेत का ढे़र लगा हुआ था. कार्रवाई की सूचना पाकर खनिज अधिकारी मौके पर पहुंचे और घाट किनारे पड़ी अवैध रेत की नपाई कराई गयी, जो कि 75 घनफीट हाेना बताई जा रही है.
नदी में कूदकर भागे रेत माफिया के गुर्गे
पुलिस के अनुसार घाना घाट पर रेत खनन में जुटे रेत माफिया के गुर्गों को जैसे ही पुलिस कार्रवाई की भनक लगी, वे सभी नाव छोड़कर नदी में कूदे और तैरकर दूसरे घाट पर पहुंचकर भाग गये. कार्रवाई के दौरान टीम के सदस्यों ने नदी घाट किनारे मजदूरों का खाना बनाने के लिए बनाई गयी झोपड़ी को नष्ट किया.
महीनों से हो रहा था अवैध उत्खनन
ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला कि घाना घाट पर कई महीनों से रेत की निकासी की जा रही थी. वहीं प्रारंभिक जांच में पता चला है कि नर्मदा नदी से रेत उत्खनन का कार्य ग्राम घाना के रहने वाले किसी राजेश पटेल के द्वारा कराया जा रहा था. लेकिन पुलिस द्वारा किसी व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया है.