जबलपुर।सिटी अस्पताल संचालक ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन कहां-कहां फेंके हैं, एसआईटी लगातार इसकी तलाश कर रही है. इंदौर से गिरफ्तार हुए राकेश शर्मा की निशानदेही पर एसआईटी प्रमुख टीम के साथ तिलवारा घाट पहुंचे, जहां उन्होंने उस स्थान का जायजा लिया, जिस जगह पर नकली इंजेक्शन को बहाया गया था. साथ ही यह भी जानकारी ली गई कि नकली इंजेक्शनों को किस स्थान पर ठिकाने लगाया गया था.
आरोपी राकेश शर्मा ने एसआईटी के सामने कई खुलासे किए, इस खुलासे के बाद एसआईटी प्रमुख रोहित कासवानी अपनी टीम के साथ नर्मदा के तिलवारा पुल पहुंचे. जहां उन्होंने नकली इंजेक्शन को जिस जगह पर बहाया गया था, उस स्थान की छानबीन की, रोहित कासवानी को उम्मीद है कि जिस स्थान पर नकली इंजेक्शन को बहाया गया था. वहां से ना सिर्फ नकली इंजेक्शन बरामद होंगे, बल्कि कई अहम सुराग भी उनकी जांच के दौरान मिल सकते हैं.
नर्मदा नदी के तिलवारा घाट पुल पर कई नकली इंजेक्शन बहाए गए हैं. यह सूचना एसआईटी को राकेश शर्मा ने पूछताछ के दौरान दी. जिसके बाद एसआईटी प्रमुख रोहित कासवानी गोताखोरों की मदद से नर्मदा नदी में बहाए गए नकली इंजेक्शन को तलाश करने में जुट गए हैं, माना जा रहा है कि तिलवारा घाट पुल के पास से कई नकली इंजेक्शन मिल सकते हैं.
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कहां और किसको दिए इंजेक्शन
बताया जा रहा है कि राकेश शर्मा तीन मई को सपन जैन के साथ मोटरसाइकिल से तिलवारा गया था, जहां उसने 35 नकली इंजेक्शन नर्मदा में बहा दिए थे. इसके अलावा कुछ और लोगों को भी उसने इंजेक्शन दिए थे. हिरासत में आए राकेश शर्मा को लेकर एसआइटी तिलवारा पुल पहुंची जहां घटना को फिर से दोहराया गया. शर्मा ने एसआईटी को बताया कि सिटी हॉस्पिटल को भेजे जाने वाले नकली इंजेक्शन में से 35 इंजेक्शन उसने अलग रख लिए थे, जो सपन जैन को देना थे. इंजेक्शन देने के लिए वह तीन मई को जबलपुर आया था, लेकिन बाद में उसने सपन के साथ मिलकर इंजेक्शन नर्मदा में बहा दिए.