जबलपुर। जरा सोचिए कि आपका कोई कजन या दोस्त विदेश में रह रहा हो और उसे अचानक पैसों की जरुरत पड़ जाए तो आप उसकी मदद करने में पीछे नहीं हटेंगे. लेकिन जब साइबर बदमाश आपके दोस्त के नाम की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर आपसे पैसों की ठगी कर ले तो आप अपने आप को शायद कभी माफ नहीं करेंगे. ठगी की यह घटना जबलपुर के रहने वाले पलाश जैन के साथ हुई है. साइबर आरोपियों ने पलाश जैन से 3 हजार डॉलर ठग लिए. जिसके बाद पीड़ित ने स्टेट साइबर सेल में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.
दोस्त की फर्जी आईडी बनाकर 3 हजार डॉलर की ठगी, मां के इलाज के नाम पर लगाया चूना
फेसबुक पर दोस्त की फर्जी आईडी बनाकर बदमाश ने विदेश में रह रहे दोस्त से करीब 3 हजार डॉलर अपने बैंक खाते में मंगवा लिए. जिसके बाद विदेश में रहने वाले दोस्त ने इसकी शिकायत साइबर सेल में दर्ज कराई है.
बताया जा रहा है कि साइबर आरोपी ने पीड़ित के दोस्त की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर मां के इलाज के नाम पर 3 हजार डॉलर की मांग की और जब युवक ने अपने दोस्त से इस बारे जानकारी हासिल की तो युवक पलाश के होश ही उड़ गए.पीड़ित ने अपने दोस्त अनुराग पांडे से बात की तो पूरे फर्जीवाड़े का सच्च सामने आ गया. इसके बाद पलाश ने अपने पिता को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी. उसके बाद मामले की पूरी जानकारी स्टेट साइबर सेल को बताई गई.साइबर सेल प्रभारी विपिन ताम्रकार के मुताबिक कैलिफोर्निया में हुई हाईटेक ठगी का जाल जबलपुर समेत दिल्ली में फैला हुआ है क्योंकि जिस खाते पर 3 हजार डॉलर यानी करीब सवा दो लाख की राशि डाली गई है.
वह फरीदाबाद के कोटक महिंद्रा बैंक का अकाउंट है. जिस शख्स ने भी ठगी को अंजाम दिया है उसे पलाश और अनुराग की दोस्ती की जानकारी थी. साइबर सेल एसपी अंकित कुमार ने बताया कि साइबर अपराधों की दुनिया में तेजी से बढ़ रहे ठगी के अपराधों का सबसे बड़ा कारण वर्चुअल एप्स पर बढ़ती निर्भरता भी कही जा सकती है. साइबर सेल के मुताबिक फर्जीवाड़े के मामले में वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क यानी वीपीएन का इस्तेमाल भी किया गया होगा.