जबलपुर। शहर के तीन युवा डॉक्टरों की कोशिश रंग लाई है. आखिरकार उन्होंने ढाई साल की बच्ची की सफलतापूर्वक हार्ट सर्जरी कर उसकी जिंदगी बचा ली. हृदय रोग से पीड़ित एक ढाई साल की बच्ची के दिल के भीतर पेसमेकर लगाने में सफलता पाई गई है. डॉक्टरों का मानना है कि विश्वभर में अब तक करीब 300 मामलों में ही इस तरह की सर्जरी की गई है. उन्होंने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश में इतनी कम उम्र के पेशेंट की इस तरह की सर्जरी की गई है.
ढाई साल की बच्ची के हार्ट में लगाया गया पेसमेकर, मासूम को मिली नई जिंदगी - Jabalpur
इंटरवेंशनल एवं पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर केएल उमामाहेश्वर, न्यूरो सर्जन डॉ जतिन खेर और निश्चेतना विशेषज्ञ डॉक्टर आर मिश्रा की टीम ने एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन किया है जो कि जिले में भी पहली बार हुआ है.
![ढाई साल की बच्ची के हार्ट में लगाया गया पेसमेकर, मासूम को मिली नई जिंदगी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-3601065-442-3601065-1560933327120.jpg)
इंटरवेंशनल एवं पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर केएल उमामाहेश्वर, न्यूरो सर्जन डॉ जतिन खेर और निश्चेतना विशेषज्ञ डॉक्टर आर मिश्रा की टीम ने एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन किया. डॉक्टरों की मानें तो ढाई साल की बच्ची के पिता को कुछ समय पहले ही उसकी बीमारी का पता चला था. हृदय का आकार काफी छोटा होने के कारण वंशिका को तकलीफ का भी सामना करना पड़ रहा था.
⦁ बीमारी का पता चलते ही परिजन हुए परेशान
⦁ उपचार में आता है ढाई से तीन लाख का खर्च
⦁ जन्म लेने वाले 22 हजार बच्चों में से किसी एक को होती है ये बीमारी
⦁ कम खर्च पर बच्ची को नई जिंदगी देने की बनाई गई योजना
⦁ एक कंपनी ने कम कीमत पर उपलब्ध कराया पेसमेकर
⦁ तकरीबन 3 से 4 घंटे चला ऑपरेशन