जबलपुर । लापरवाही और सही मॉनिटरिंग नहीं होने से अच्छा खासा प्लान भी चौपट हो जाता है. इसकी बानगी देखने को मिली जबलपुर शहर में. यहां दो करोड़ की साइकिलें कबाड़ बन गई हैं. ये साइकिलें लोगों की सेहत सुधारने के लिए जबलपुर स्मार्ट सिटी की ओर से उपलब्ध करवाई गई थीं .
दो करोड़ की साइकिलें हुई कबाड़
कहते हैं सेहत को दुरुस्त रखना है तो साइकिल चलाइए. इसी बात से इंस्पायर होकर तीन साल पहले जबलपुर के प्रशासन ने एक योजना शुरु की थी. स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड की ओर से शहर में साइकिल को पब्लिक ट्रांसपोर्ट के समानांतर खड़ा करने की प्लानिंग थी. करार के तहत एक निजी कंपनी ने जबलपुर में करीब 400 साइकिलें पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए उपलब्ध कराईं.