जबलपुर।सायबर ठगों ने लोगों को लूटने का नया तरीका ढूंढ लिया है. सायबर ठगों द्वारा आमतौर पर फोन कॉल के जरिए ओटीपी मांगकर भोले-भाले लोगों के बैंक अकाउंट खाली करते थे, लेकिन अब इन जालसाज़ों ने टेलीग्राम एप के जरिए भी ठगी का गोरखधंधा शुरू कर दिया है. हैरानी की बात यह है कि सायबर ठग सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे लोगों एवं युवाओं को अपना शिकार बना रहे हैं. युवाओं और बेरोजगारों को अच्छी नौकरी और भारी भरकम कमाई का लालच देकर सायबर जालसाज लोगों से लाखों की रकम ऐंठ रहे हैं.
टेलीग्राम वर्क स्कैम के मामले बढ़े :सायबर ठगों के लिए टेलीग्राम वर्क स्कैम कमाई का नया हथियार बन गया है. जालसाज अब टेलीग्राम एप्लीकेशन के जरिए युवाओं और बेरोजगारों के साथ ही ऐसे तमाम लोगों को लालच देकर ठग रहे हैं, जिन्हें काम की तलाश होती है. वर्क फ्रॉम होम के बहाने सायबर पहले लोगों को लिंक भेजते हैं और उन्हें ज्यादा से ज्यादा लाइक और शेयर करने का झांसा देकर 100, 200, 500 या 1000 रुपए की कमाई करवाते हैं. इस छोटी सी कमाई के बाद से ही पीड़ित ठगों के जाल में फंसने लगते हैं. जबलपुर के सायबर सेल के एसपी लोकेश सिन्हा के मुताबिक हाल के दिनों में टेलीग्राम वर्क स्कैम के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं लेकिन इसके शिकार होने वाले लोग अपनी पहचान छुपाने के साथ ही सार्वजनिक रूप से अपने ठगे जाने का खुलासा करने से बच रहे हैं.
हैकिंग का शिकार होने से बचें :इसके अलावा हैकिंग सायबर क्राइम का सबसे आम तरीका बनता जा रहा है. इसमें कोई भी प्रोफेशनल ठग किसी व्यक्ति के निजी फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर या किसी भी डिवाइस को उनकी अनुमति के बिना हैक कर लेते हैं. इसके जरिए इन ठगों के पास उस व्यक्ति की सभी जानकारी पहुंच जाती है. इसके बाद हैकर्स उस व्यक्ति से संपर्क करके उसे ब्लैकमेल करने लगते और मुद्दे को दबाने के लिए भारी रकम वसूलते हैं. इसके अलावा साइबर स्टॉकिंग के माध्यम से भी ठगी हो रही है. धमकी भरे सन्देश, बार-बार फोन, अश्लील तस्वीरें भेजना और ऐसी ही कई तरह की गलत हरकतें करते हैं.