जबलपुर। शहर में आंखों की बीमारी कंजंक्टिवाइटिस बड़े पैमाने पर फैली हुई है. सामान्य तौर पर आंखों के डॉक्टरों के दवा खानों में मरीजों की इतनी संख्या नहीं होती थी, जितनी इन दिनों देखने को मिल रही है. आई फ्लू बड़े पैमाने पर फैल रहा है. जबलपुर जिला चिकित्सालय में भी हाई वार्ड में मरीजों की संख्या 5 गुना तक पहुंच गई है. यही हाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल का भी है. कई निजी अस्पतालों में तो काम करने वाला स्टाफ तक आई फ्लू की चपेट में आ गया है.
खुद को आइसोलेट कर लें संक्रमित मरीज: डॉक्टरों का कहना है कि ''आई फ्लू की वजह से मरीज को 5 दिन तक परेशान रहना पड़ता है, लेकिन मरीजों को यह सलाह है कि घर पर ही इसका इलाज न करें बल्कि जिला चिकित्सालय में या मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए संपर्क कर सकते हैं.'' डॉक्टरों की सलाह है कि ''यदि किसी को कंजंक्टिवाइटिस की शिकायत होती है तो उसे कुछ दिनों तक खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए. जिस तरीके से कोरोना वायरस की गाइडलाइन का पालन किया गया इसी तरीके से लोगों को आई फ्लू की गाइडलाइन का पालन करना चाहिए. अपने सामान का इस्तेमाल निजी रखना चाहिए. खुद के इस्तेमाल किए हुए सामान को यदि दूसरों से रोक लिया गया तो बीमारी को भी रोका जा सकता है.''