जबलपुर।जबलपुर में धीरे-धीरे कोरोना से हालात बेकाबू हो रहे है. मौत का आंकड़ा जहां लगातार बढ़ रहा है. वहीं जिला प्रशासन मौत के आंकड़े को झुठलाने में जुटा हुआ है. जबलपुर की चौहानी शमशान घाट में बुधवार का नजारा दिल दहला देने वाला नजर आ रहा था. ये तस्वीर उन लोगों के लिए एक बड़ा सबक है जो कि कोरोना संक्रमण को नजरअंदाज कर रहे है.
- 50 शवों का हुआ अंतिम संस्कार
जबलपुर में आज पूर्व महापौर सदानंद गोडबोले की मां सहित 42 शवों की अंत्येष्टि की गई. चार मेडिकल में, एक घर में और तीन शव निजी अस्पतालों में वेटिंग में पड़े हैं. रात होने और जगह की कमी के चलते अब गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. इस माह के महज 14 दिनों में ही जिले में 293 संक्रमित लाशें चौहानी शमशान घाट में जली हैं. जबकि सस्पेक्टेड आंकड़ा इससे अलग है. इसमें 30 प्रतिशत संख्या जबलपुर जिले और शेष आसपास के जिलों की हैं. जानकारी के मुताबिक प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार जिले में 13 अप्रैल तक कुल 27 मौतें ही हुई हैं. सबसे अधिक पांच मौतें मंगलवार को हुई. जबकि 13 दिनों में कुल संक्रमितों की संख्या 4,394 पहुंच चुकी है. संक्रमण की ये संख्या इस कारण भी डराने वाली है कि कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 2,404 है, जो आधे से कुछ ही अधिक है. ये सरकारी आंकड़ा है. जबकि हकीकत में इससे उलट है.
- चौहानी शमशान घाट में हुए अंतिम संस्कार
तारीख | प्रशासन के आंकड़ें | शमशान घाट में दर्ज संख्या |
01 अप्रैल | 02 | 09 |
02 अप्रैल | 02 | 18 |
03 अप्रैल | 01 | 12 |
04 अप्रैल | 01 | 17 |
05 अप्रैल | 01 | 14 |
06 अप्रैल | 01 | 10 |
07 अप्रैल | 02 | 18 |
08 अप्रैल | 01 | 13 |
09 अप्रैल | 02 | 21 |
10 अप्रैल | 04 | 26 |
11 अप्रैल | 04 | 24 |
12 अप्रैल | 04 | 30 |
13 अप्रैल | 05 | 31 |
(नोट:-चौहानी शमशान घाट में अंत्येष्टि की जाने वाली लाशों में यहां इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले संक्रमित भी शामिल हैं.)
- बीते साल की तुलना में अधिक भयावह है अभी की तस्वीर