जबलपुर। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद भी शासकीय स्कूलों में 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम सुधरने के बजाए साल दर साल खराब होता जा रहा था, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने 10वीं -12वीं का रिजल्ट 2019-2020 में सुधारने की कवायद शुरू की थी, लेकिन तिमाही परीक्षा का रिजल्ट बेहतर आने के बजाए खराब आया है.
सरकारी स्कूलों में शिक्षा का गिरता स्तर, कलेक्टर ने जारी किया कारण बताओ नोटिस - Collector Bharat Yadav
सरकारी स्कूलों में 10वीं-12वीं की परीक्षा परिणामों के गिरते स्तर को देखते हुए कलेक्टर भरत यादव ने जिम्मेदार अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. साथ ही ऐसे 100 स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया.
![सरकारी स्कूलों में शिक्षा का गिरता स्तर, कलेक्टर ने जारी किया कारण बताओ नोटिस bad education system in government schools](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5591579-thumbnail-3x2-img.jpg)
करीब 100 स्कूल ऐसे हैं जिनका तिमाही परीक्षा का रिजल्ट महज 20 से 30 फीसदी आया है. स्कूलों के खराब प्रदर्शन के चलते जिम्मेदार अधिकारियों को जमकर फटकार भी लगाई गई, जिसकी समीक्षा कलेक्टर भरत यादव ने की, जिसमें उन्होंने पढ़ाई की गुणवत्ता को सुधारने की बात कही थी. कलेक्टर ने ऐसे स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी कर खराब रिजल्ट के लिए जवाब मांगा है. स्कूलों की निगरानी के लिए कलेक्टर ने अधीनस्थ अधिकारियों को कार्य सौंपा है.
कलेक्टर भरत यादव ने तिमाही परीक्षा परिणामों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि कमजोर स्कूलों में पढ़ाई का स्तर मजबूत करने की बात की है.