जबलपुर। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री मुजम्मिल अली के आरोपों के बाद जबलपुर में सियासत गर्म है. मस्जिद की देखरेख करने वाले अबरार अली ने बताया कि मुजम्मिल अली के चाचा आजाद अली ने मस्जिद में एक दुकान किराए से लेकर उसे शासकीय उचित मूल्य पर 5 हजार रुपए मासिक किराए पर दे दी थी. आजाद अली स्वयं 5 हजार रुपए लेकर मस्जिद ट्रस्ट में एक हजार रुपए दिया करते थे. उस पर जब मनाही की गई तो दोनो पक्षों में विवाद हो गया. ये घटना 15 अप्रैल की है, जिस पर ओमती थाने में दोनों की तरफ से शिकायत दर्ज कराई गई है.
मस्जिद कमेटी की गृह मंत्री से अपील :मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष अबरार अली ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मांग की है कि जो भी आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं, उसकी निष्पक्ष जांच हो. अबरार अली ने बताया कि आजाद अली के दो भाई भाजपा में हैं, जबकि 2 कांग्रेस में हैं. अबरार अली के मुताबिक शिकायत इस लिए भी हो रही है कि मस्जिद परिसर की दुकान जो सालो से आजाद अली को दी गई थी, वो वापस ले ली गई है. इस वजह से वह इस तरह की शिकायत और आरोप लगा रहे हैं. इधर, इस घटना को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने थाना प्रभारी ओमती को जाँच के निर्देश दिए हैं