इंदौर। शहर के गांधीनगर थाने में चोरी के संदेह में पकड़े एक युवक को पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है. ये आरोप किसी और पर नहीं बल्कि पुलिस पर है. मामले में पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने के लिए खुद केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावर चंद गहलोत सामने आए हैं. उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर पीड़ित परिवार को 1 करोड़ के मुआवजे की मांग की.
टॉर्चर के बाद युवक की मौत मामले में गरमाई सियासत, केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने की CBI जांच की मांग
शहर के गांधीनगर थाने में चोरी के संदेह में पकड़े एक युवक को पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है. ये आरोप किसी और पर नहीं बल्कि पुलिस पर है.
शहर की गांधीनगर पुलिस ने सोमवार को चोरी के आरोप में संजू नाम के युवक को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि युवक के साथ चार पुलिसवालों ने बर्बरता पूर्वक पिटाई करते हुए थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया. आरोप है कि युवक को बांधकर उस पर तब तक डंडे बरसाए गए जब तक कि उसने निर्दोष होने के बावजूद चोरी कबूल नहीं कर ली. इस दौरान अपने बेटे को छुड़ाने थाने पहुंची उसकी मां नंदीबाई को भी बांधकर डंडों से पीटा. इसके बाद मां-बेटे दोनों को ही अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा जहां संजू की मौत हो गई.
घटना के बाद इंदौर पुलिस ने गांधीनगर थाने की प्रभारी नीता देअरवाल समेत शिव, राजेश, सुनील और इंदर को निलंबित कर दिया है. इधर इस घटना के बाद पीड़ित पक्ष के लोगों ने मंगलवार को गांधीनगर थाने का घेराव करते हुए लाश को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया था. घटना के बाद गरमाई राजनीति के चलते लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी इस घटना की निंदा करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत इस घटना को लेकर इंदौर पहुंचे. उन्होंने बताया कि कमलनाथ सरकार दलितों पर अत्याचार रोकने में नाकाम रही है. जिसके कारण ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं. उन्होंने कहा कि इस घटना की जल्द से जल्द सीबीआई जांच होनी चाहिए. साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए.