इंदौर। पूरे प्रदेश में कोरोना संकट गहरा रहा है प्रदेश के हर जिले में आक्सीजन की किल्लत है. इसे लेकर इंदौर कलेक्टर ने चिंता जताई है. लेकिन मीडिया से बात करते हुए इंदौर कलेक्टर ने कह दिया कि अगर कोरोना के केस ऐसे ही बढ़ते रहे तो वे लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करा पाएंगे. ऐसे में जब प्रशासनिक अधिकारी ही ऐसे बयान दे रहे तो सरकार के दावों पर तो सवाल उठता ही है. कलेक्टर जब खुद ही कह रहे हैं कि ऑक्सीजन सपोर्ट पर इलाज कराने को मजबूर मरीजों की जान को खतरा उत्पन्न हो सकता है. तो फिर भला आम आदमी अपनी परेशानी लेकर भला कहां जाए.
इंदौर में यह है कोरोना की स्थिति
- इंदौर में सोमवार को 1698 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 91015 हो गई है.
- इंदौर में सोमवार को 7 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत भी हुई है. अब तक जिले में 1054 मरीजों की मौत हो चुकी है.
- जबकि सोमवार को 876 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं.
- इंदौर में अब तक 78157 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 11,804 कोरोना मरीज एक्टिव हैं
- यह है इंदौर में उपलब्ध बेड की स्थिति
प्रदेश के अस्पतालों में बेड की कमी लोगों को रुला रही है. इंदौर का हाल भी कुछ अलग नहीं है. बेड नहीं मिलने से मरीज और परिजन अस्पताल दर अस्पताल भटकने को मजबूर हैं. जबकि कई लोग बेड न मिलने और इलाज के अभाव में दर तोड़ चुके हैं. इंदौर के अस्पतालों में यह है बेड की हालत
- 103 कोविड अस्पतालों में आईसीयू के 1274, एचडीयू के 1463, ऑक्सीजन के 2639 और आइसोलेशन के 1499 बेड हैं, लेकिन एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 12 हजार के पार होने से बेड आसानी से उपलब्ध नहीं हो रहे हैं।
- इंदौर के छोटे से लेकर बड़े अस्पताल तक में भी बेड उपलब्ध नहीं है. इंदौर के सबसे बड़े प्राइवेट अस्पताल अरविंदो हॉस्पिटल में भी बेड उपलब्ध नहीं है. यहां टोटल 1600 बेड हैं.
- स्पेशल हॉस्पिटल जुपिटरमें भी यही हाल है, यहां टोटल 70 बेड हैं.
- आरके अस्पताल में लगभग 40 बेड हैं, यहां भी बेड उपलब्ध नहीं है.
- 402 बेड वाले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भी बुरा हाल है, यहां भी बेड उपलब्ध नहीं हैं
- गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ेगी तो होगी मुश्किल
सोमवार को इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ कोरोना संक्रमण की स्थिति पर हुई समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से चर्चा की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद कलेक्टर के माथे पर जिस चिंता की लकीर थी, वो चिंता जुबां पर भी आ गई . कलेक्टर ने कहा कि इंदौर के अस्पतालों में आईसीयू बेड पूरी तरह से भरे हुए हैं. अगर गंभीर मरीजों की संख्या में इसी तेजी से इजाफा होगा तो ऑक्सीजन उपलब्ध करवाना मुश्किल हो जाएगा.
- हर दिन किसी अस्पताल में हो रही ऑक्सीजन की कमी